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चंदौलीराज्य/जिलाहेल्थ

खुशखबरीः टेढ़े पैरों के साथ पैदा हुए बच्चों का इस सरकारी अस्पताल में होगा मुफ्त इलाज, देश का 100वां जिला बना चंदौली

चंदौली। उन अभिभावकों के लिए अच्छी खबर है, जिनके बच्चे जन्मजात विकृति क्लबफुट (पैरों के टेढ़े-मेढ़े पंजे) के साथ पैदा हुए हैं। पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल में ऐसे बच्चों का मुफ्त इलाज होगा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत मिरेकल फीट इंडिया संस्था के सहयोग से गुरुवार को इसकी शुरुआत हो गई। इसके साथ चंदौली देश का 100वां जिला बन गया है, जहां क्लबफुट क्लीनिक संचालित है। डीएम संजीव सिंह ने जिला अस्पताल में क्लीनिक का शुभारंभ किया।

डीएम ने कहा कि जिले में अब क्लबफुट क्लीनिक की शुरुआत हो चुकी है। पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में हर शुक्रवार को सुबह आठ बजे से दो बजे तक साप्ताहिक क्लबफुट क्लीनिक का संचालन किया जाएगा। कहा कि यह एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम और नीति आयोग का अहम कदम है। कहा कि जिले में क्लबफुट से ग्रसित बच्चों को चि‌‌न्हित करके आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आरबीएसके टीम के माध्यम से उनका उपचार कराया जाएगा। सीएमओ डॉ. वाईके राय ने बताया कि क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है। जिसमें बच्चे के पैर अंदर की ओर मुड़ जाते हैं। मिरेकलफीट इंडिया क्लबफुट की समस्या को दूर करने के लिए काम कर रहा है। बच्चों में क्लबफुट के उपचार के लिए मिरेकलफीट ने आरबीएसके और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के साथ एक एमओयू साइन किया है। उन्होने कहा कि जन्मजात विकृति क्लबफुट के इलाज के लिए बच्चों की पहचान करने और उन्हें रेफर करने में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आरबीएसके टीम के सदस्यों का प्रयास सराहनीय है। मिरेकलफीट इंडिया के प्रोग्राम मैनेजर डॉ. शिरीष श्रीवास्तव ने बताया कि क्लबफुट से प्रभावित बच्चों का इलाज पोंसेटी पद्धति से किया जा सकता है। इसमें कास्टिंग, टेनोटॉमी और ब्रेसिंग पद्धति शामिल है।

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