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चंदौली। कहावत है कि देश की आत्मा गांवों में बसती है और हकीकत यह कि गांवों का विकास गंवई राजनीति में उलझकर रह गया है। सदर ब्लाक के कांटा गांव के लोग ऐसी ही दुश्वारियों का सामना कर रहे हैं। .होकर किसानों के खेत बर्बाद कर रहा है। एक दर्जन से अधिक परिवार इससे प्रभावित हैं। जिलाधिकारी से लेकर तहसील दिवस तक में प्रार्थना पत्र देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीे हो रही। गुरुवार को नाराज लोगों ने नाली की खुद सफाई की और प्रदर्शन किया।
दरअसल कांटा और जगदीशपुर गांव की सीमा पर 20 कड़ी का चकरोड है। कांटा गांव के घरों की पानी निकासी के लिए 50 मीटर पक्की नाली बनाकर छोड़ दी गई। जबकि शेष नाली कच्ची है। विडंबना यह कि निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने से पानी पानी में बजबजाता रहता है और ओवरफ्लो होकर खेतों में जाता है। ग्रामीणों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि ग्राम प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधि यहां तब कि अधिकारी भी समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं। जबकि इससे दर्जनों परिवारों को परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि लेखपाल और कानूनगो मापी भी कर चुके हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं कर रहे। चेताया कि निकासी की माकूल व्यवस्था नहीं की गइ तो कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन को विवश होंगे। प्रदर्शन करने वालों में सदानंद तिवारी, जमुना प्रसाद, दरोगा तिवारी, अशोक कुमार तिवारी, पारसनाथ तिवारी, नसरुद्दीन, सरवर, साबिर, रमेश, घनश्याम आदि शामिल रहे।