
वाराणसी। राष्ट्रीय पटल पर बनारस की पहचान और सशक्त हो गई। पूर्वोत्तर रेलवे के अन्तर्गत आने वाले मंडुआडीह स्टेशन का नाम अब बनारस हो गया है। स्टेशन पर इस समय सभी साइन बोर्ड और दीवारों से मंडुआडीह का नाम हटाने की कवायद शुरू हो चुकी है। कई साल से वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार एके लारी इसके लिए जी जान लगाए हुए थे। आखिरकार रेलवे बोर्ड और केंद्र सरकार ने आखिरकार पूर्व रेल राज्य मंत्री और वर्तमान में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा के प्रस्ताव पर विचार किया। पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को इसे अंतिम रूप दे दिया गया। शनिवार को मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार पंजीयर ने बनारस स्टेशन का दौरा किया। मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। स्टेशन से जुड़े सभी इलेक्ट्रानिक सिस्टम में बनारस नाम प्रदर्शित होने लगा है। वहीं रेलवे ने एमयूवी स्टेशन कोड को भी समाप्त कर दिया है। मतलब साफ है टिकट बनवाने के लिए एमयूवी की जगह बीएसबीएस लिखना होगा।