
चंदौली। सदर कोतवाली अंतर्गत नवहीं गांव निवासी फल विक्रेता नीरज को गोली मारने के आरोपी दो युवकों को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 315 बोर तमंचा और कारतूस बरामद किया गया।
फल खरीदकर पैसे नहीं देने को लेकर हुए विवाद में नवहीं पुलिया पर फल की दुकान लगाने वाले नीरज कुमार को विगत 14 जुलाई को गोली मार दी गई। संयोग अच्छा था कि गोली उसकी कमर को छूते हुए निकल गई, जिससे युवक की जान बच गई। नवहीं गांव निवासी एक हमलावर युवक गोलू सिंह को ग्रामीणों को तत्काल पकड़ लिया और पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया। पीड़ित की तहरीर पर दो नमजद और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि गोलू के साथ सिद्धार्थ और अनुराग भी घटना में शामिल थे। पुलिस दोनों को पकड़ने में जुट गई। रविवार को 20 वर्षीय सिद्धार्थ सिंह पुत्र अजीत सिंह और 20 वर्ष के ही अनुराग सिंह पुत्र हृदयनारायण सिंह निवासी मझवार पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह, अरविंद कुमार यादव, अमरजीत वर्मा, रवि प्रकाश गुप्ता शामिल रहे।
20 वर्ष की उम्र में बन गए अपराधी
नवहीं गोलीकांड को अंजाम देने वाले तीनों की युवकों की उम्र महज 20 वर्ष है। सवाल यह कि इस कच्ची उम्र में ही युवक अपराध के दलदल में कैसे फंस गए। उनके पास तमंचा कहां से आ गया। हत्या का ख्याल मन में कैसे पनपा। जो उम्र अपना लक्ष्य तय कर भविष्य संजोने की होती है उस उम्र में तीनों अपराधी बन गए।