
चंदौली। सत्ता पक्ष के नेता और जनप्रतिनिधि चाहे लाख दावा करें। विपक्षी धरना-प्रदर्शन कर लें। लेकिन चंदौली-सकलडीहा वाया सैदपुर मार्ग के हाल-फिलहाल दुरुस्त होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। तकरीबन दो वर्ष से पहले यह सड़क बनने वाली नहीं है। कई तकनीकी दिक्कतें हैं जो इस मार्ग के निर्माण में बाधक बनी हुई हैं। सड़क निर्माण में कितना खर्च आएगा अभी इसका सही आगणन भी तैयार नहीं किया जा सका है। कार्ययोजना तैयार होने के बाद स्वीकृति के लिए पीडब्ल्यूडी मुख्यालय भेजा जाएगा। इसके बाद ही कहीं जाकर शासन को प्रस्ताव जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलने पर टेंडर आदि के बाद ही कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
चंदौली-सकलडीहा वाया चहनिया मार्ग के निर्माण में यह है अड़चन
चंदौली-सकलडीहा वाया चहनिया राज्य मार्ग जनपद के अति महत्वपूर्ण मार्गों में है। यह चंदौली जिले को गाजीपुर से जोड़ता है और व्यापार के लिहाज से भी काफी अहम है। पिछले कुछ वर्षों से यह सड़क यातायात के लिहाज से ठीक नहीं है। ओवरलोड ट्रकों ने इस सड़क का कचूमर निकाला दिया है। मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। दिन पर इस इस मार्ग के निर्माण की मांग तेज होती जा रही है। सपा नेता धरना-प्रदर्शन तक कर चुके हैं। लोगों में आक्रोश इस बात को लेकर है कि दो-दो कैबिनेट मत्रियों का जुड़ाव जनपद से है। बावजूद सड़क नहीं बन पा रही है। आइए हम बताते हैं कि इस सड़क के निर्माण में क्या अड़चन आ रही है। दरअसल लोक निर्माण विभाग की पूरी प्रक्रिया आनलाइन हो गई है। आगणन तैयार करने से लेकर प्रस्ताव भेजने तक सबकुछ आनलाइन किया जाना है। जबकि अभी तक विभाग के कर्मचारियों को इस बाबत प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। ऐसे में सड़क का आगणन ही तैयार नहीं हो सका है।
क्या कहते हैं अधिकारी
एक्सईएन पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड डीपी सिंह कहते हैं कि कर्मचारियों को आनलाइन और कंप्यूटर प्रशिक्षण नहीं मिलने से चंदौली-सकलडीहा वाया सैदपुर मार्ग का आगणन तैयार नहीं हो सका है। हालांकि अब कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की बात चल रही है। इसके बाद ही उक्त मार्ग से संबंधिक प्रस्ताव विभागीय मुख्यालय से स्वीकृति के पश्चात शासन को भेजी जाएगी। इस प्रक्रिया में अभी काफी वक्त लग जाएगा। मार्ग को पूरी तरह दुरुस्त होने में दो से ढाई वर्ष का समय लग जाएगा।