
वाराणसी : मैदागिन स्थित प्रेस क्लब अखाड़े का अड्डा बन गया. महिलाओं ने मदरसा प्रबंधक मौलाना रिजवान अहमद की जूते-चप्पलों से पिटाई कर दी। मौलाना रिजवान अहमद पर महिला टीचर के शोषण का आरोप था ,सफाई में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई थी। मौके पर पहुंची पीड़िता ने आरोपी रिजवान अहमद को खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया। नाराज मदरसा कमेटी के लोगों ने महिलाओं का बुर्का खींचकर दुर्व्यवहार किया। महिलाओं ने जूते-चप्पलों से मदरसा प्रबंधक की पीटाई कर दी।
प्रेस कांफ्रेंस में मारपीट और दुर्व्यवहार
मदरसा कमेटी के लोगों और महिलाओं में हुई मारपीट से मौके पर अफरा तफरी मच गई। मैनेजर रिजवान अहमद पर स्थाई नौकरी के बहाने 2 लाख रुपए बतौर घूस लेने और दुर्व्यहावर करने का महिलाओं ने आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रेस कांप्रेंस में हम भी मीडिया से अपनी बात कहने आए थे। लेकिन आने से मदरसा कमेटी के लोगों ने तैयारी की हुई थी। उन्होंने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस में आने पर मदरसा कमेटी से जुड़े लोगों को शह मिला हुआ था।
महिलाओं ने जूते-चप्पल से की पिटाई
पीड़ित महिलाओं ने आरोपियों के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। मदरसा दायरतुल इस्लाह चिरागे उलूम का संचालन रसूलपुरा में होता है। प्रबंधक मौलाना रिजवान अहमद अंसारी बुधवार को प्रेस को संबोधित कर रहे थे। शाहिदा बीवी के साथ 4–5 महिलाओं ने आकर जूते से मारना शुरू कर दिया।
मदरसा प्रबंधक आरोप पर क्या बोले?
उन्होंने रिश्तखोरी और शोषण के आरोप को फर्जी और बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि मुझे फंसाने के लिए आरोप लगाया गया है। मदरसे में दो कमेटियों का विवाद चल रहा है। मौलान रिजवान ने कहा कि पुलिस ने मामला मजबूरी में दर्ज किया है। जांच करना पुलिस का काम है। उन्होंने कहा कि 3 साल पहले विरोधियों की साजिश के कारण जेल भी जाना पड़ा था। जमानत मिलने के बाद मुकदमे की सुनवाई जारी है। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराने की बात कही।