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चंदौलीचुनाव 2024

Loksabha Election 2024 : डॉन बृजेश सिंह ने मोदी के लिए मांगा वोट, बीजेपी का पटका और टोपी पहन बन गए भाजपाई

चिरईगांव ब्लाक में पीएम के समर्थन में आयोजित जनसभा में पहुंचे थे बृजेश बृजेश के दामन पर हत्या, अपहरण समेत संगीन आपराधों के पड़े हैं छींटे   13 साल जेल में गुजारने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली है जमानत

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  • चिरईगांव ब्लाक में पीएम के समर्थन में आयोजित जनसभा में पहुंचे थे बृजेश बृजेश के दामन पर हत्या, अपहरण समेत संगीन आपराधों के पड़े हैं छींटे   13 साल जेल में गुजारने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली है जमानत
  • चिरईगांव ब्लाक में पीएम के समर्थन में आयोजित जनसभा में पहुंचे थे बृजेश
  • बृजेश के दामन पर हत्या, अपहरण समेत संगीन आपराधों के पड़े हैं छींटे  
  • 13 साल जेल में गुजारने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली है जमानत

 

चंदौली। बाहुबली पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह भाजपा के समर्थन में आ गए हैं। वाराणसी के चिरईगांव ब्लाक में बीजेपी की ओर से आयोजित जनसभा में बृजेश ने पीएम मोदी के समर्थन में वोट मांगा। बीजेपी जिलाध्यक्ष के सामने ही भाजपा की टोपी पहनी और पटका धारण कर भाजपाई हो गए। बृजेश की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने बीजेपी के ही उम्मीदवार को हराकर एमएलसी बनीं।

मकोका, गैंगस्टर, हत्या, अपहरण, हत्या के प्रयास समेत तमाम आपराधिक मामलों में वांछित रहे बृजेश को 2008 में भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद 30 से ज्यादा संगीन मामलों में दर्ज मुकदमों की सुनवाई शुरू हुई और एक-एक करके गवाह पलटते गए। नतीजतन वर्ष 2022 में इलाहाबाद हाईकोर्ट से बृजेश सिंह को 13 साल जेल में गुजारने के बाद जमानत मिल गई।

 

बृजेश के बड़े भाई उदयभान उर्फ चुलबुल सिंह 1998 से 2004 तक भाजपा के टिकट पर वाराणसी सीट से एमएलसी रहे। उदयभान की मौत के बाद 2010 में बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह वाराणसी से एमएलसी बनीं। वर्ष 2016 में जेल में रहते हुए बृजेश सिंह वाराणसी एमएलसी सीट से निर्विरोध चुनाव जीतकर माफिया से माननीय बन गए। दबदबा ऐसा कि किसी पार्टी ने अपना कैंडिडेट तक नहीं उतारा।

 

पूर्वांचल की राजनीति में बाहुबली के नाम से पहचान रखने वाले बृजेश सिंह अब खुलकर भाजपा के समर्थन में राजनीतिक मंचों पर दिखाई देने लग गए हैं। बाहुबली बृजेश सिंह का नाम पूर्वांचल के माफिया में गिना जाता है। मुख्तार अंसारी के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी बृजेश सिंह ने 80 के दशक में पूर्वांचल में बाहुबली के नाम से अपनी पहचान बनाई थी।

 

पांच लाख का इनाम घोषित होने के बाद मकोका, गैंगस्टर, हत्या, अपहरण, हत्या के प्रयास और हत्या की साजिश जैसी कई गंभीर धाराओं में दर्ज मुकदमों के बाद फरार चल रहे बृजेश सिंह वर्ष 2008 में उड़ीसा भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया था। धीरे-धीरे सब मुकदमे खत्म होते गए और बृजेश सिंह के आगे एक भी गवाह नहीं टिक सका। चिरईगांव ब्लाक में हुई भाजपा की जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी के लिए खुलकर वोट मांग रहे बृजेश सिंह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सवाल उठने लगे हैं।

 

 

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