- हाल के दिनों में तेजी से बढ़ीं हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से जुड़ी समस्याएं
- हाईपरटेंशन को न करें नजरअंदाज, कराएं नियमित चेकअप
- आयु 40 साल से अधिक है तो वर्ष में दो बार रक्तचाप चेक जरूर कराएं
चंदौली। याद करिए आप ने अपना ब्लड प्रेशर कब चेक करवाया। नहीं करवाया तो करवा लें। हाल के दिनों में ब्लड प्रेशर खासकर उच्च रक्तचाप की समस्या तेजी से बढ़ी है। हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें जान तक चली जा रही है। चंदौली स्थित आरडी मेमोरियल हास्पिटल के चिकित्सक डा. शुभम सिंह ने बताया कि खानपान, नशा, मोटापा, तनाव और अनुवांशिक कारणों से यह समस्या उत्पन्न होती है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित आधे से ज्यादा लोग इससे अनजान रहते हैं।
बीएचयू और गैलेक्सी जैसे संस्थानों में काम कर चुके एमबीबीएस डा. शुभम सिंह बताते हैं कि हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जिसमें धीरे-धीरे आपका हृदय, किडनी व शरीर के दूसरे अंग काम करना बंद कर सकते हैं। यह एक साइलेंट किलर है जो कि कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ कारण शारीरिक और कुछ मानसिक होते हैं।
उच्च रक्तचाप के लक्षण
सर में अत्यधिक दर्द रहना
लगातार थकावट का अहसास
सीने में दर्द होना
सांस लेने में कठिनाई
दृष्टि में धुंधलापन
पेशाब में खून आना
गर्दन,सीने व बांहों में दर्द का लगातार बने रहना
उच्च रक्तचाप का उपचार
गलत खानपान के चलते व गलत आदतों के कारण उच्च रक्तचाप की समस्या लोगों को होने लगती है। उच्च रक्तचाप से ग्रस्त संकट तब होता है जब रक्तचाप में अचानक वृद्धि होती है, संभावित रूप से अंग क्षति हो सकती है। इससे बचने के लिए न केवल डाइट और लाइफ स्टाइल पर ध्यान देने की जरूरत है बल्कि तनाव को कम करना और शरीर को सक्रिय बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज भी बेहद जरूरी है।
नियमित व्यायाम, योगासन, सकारात्मक सोच, संतुलित एवं सात्विक खानपान आदि से शरीर में पैदा हुई रक्तप्रवाह के अनियमितता एवं अस्तव्यस्तता को आसानी से दुरूस्त किया जा सकता है।
इसके अलावा जो लोग शराब या धूम्रपान करते हैं, उन सभी को इस तरह के नशीले पदार्थों से बचना चाहिए।
उच्च रक्तचाप से बचने के लिए हरी सब्जियों व मौसमी फलों का सेवन करें।
नमक व तैलीय खाद्य सामग्री का सेवन कम करें।
अगर आपकी आयु 40 साल से अधिक है तो वर्ष में दो बार रक्तचाप चेक जरूर कराएं। दवा के साथ डाइट चार्ट पर अमल करें।