चंदौली। डीडीयू मंडल के दो आरपीएफ कर्मियों की सनसनीखेज तरीके से की गई हत्या के राज से पर्दा हटाने में पांच जांच एजेंसियां शिद्दत से जुट गई हैं। पुलिस, क्राइम ब्रांच, फारेंसिंक, जीआरपी, आरपीएफ की टीमें सक्रिय हो गई हैं। मंगलवार देर रात गाजीपुर के गहमर थाने में घटना की एफआईआर दर्ज की गई। दोनों आरक्षियों के फोन गायब हैं जबकि बैग बरामद हो चुके हैं। बुधवार यानी आज शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, जिसकेे बाद मौत की वहज काफी हद तक साफ हो जाएगी। आरपीएफ ने आन ड्यूटी कर्मचारियों की हत्या के मामले को चुनौती की तरह लिया है। सुनियोजित तरीके से हत्या के बाद शवों को ट्रेन से फेंका गया। नग्न अवस्था में शव मिले थे ऐसे में आशनाई से भी घटना की कड़ियों को जोड़ा जा रहा है।
आरपीएफ डीडीयू मंडल के दो आरक्षी प्रमोद कुमार और मोहम्मद जावेद मोकामा जाने के लिए मंगलवार को डीडयू जंक्शन से बाड़मेर गुवाहाटी एक्सप्रेस में बैठे। गाजीपुर के भदौरा-गहमर स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर दोनों आरक्षियों का शव मिला। एक शव पूरी तरह से नग्न था जबकि देसरे जवान के शरीर पर बनियान थी। घटनास्थल गहमर थाना अंतर्गत आता है। आरक्षी जिस ट्रेन से सफर कर रहे थे वह डीडीयू जंक्शन के बाद सीधे पटना रुकती है। शवों को देखने के बाद ही साफ हो गया कि मौत सामान्य नहीं है। बल्कि यह हत्या का मामला है। इस अप्रत्याशित घटना से रेल महकमे में खलबली मची हुई है। आरपीएफ, जीआरपी के साथ क्राइम ब्रांच, फारेंसिंक और पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। आरपीएफ कमांडेंट जथिन बी राज ने बताया कि जघन्य तरीके से घटना को अंजाम दिया गया है। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। पांच एजेंसियां इसपर काम कर रही हैं। जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया है उसने एक तरह से आरपीएफ को चुनौती दी है। वहीं गहमर थाना प्रभारी ने बताया कि आज शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।