नौगढ़ के आदिवासियों को आदिवासी का दर्जा देने की मांग, भाकपा माले का धरना प्रदर्शन

चंदौली। नक्सल प्रभावित नौगढ़ क्षेत्र में निवास करने वाले गोंड, पनिका, चेरो खरवार आदि आदिवासी जातियों को आदिवासी का दर्जा देने की मांग को लेकर भाकपा माले ने नौगढ़ तहसील मुख्यालय पर धरना दिया। कहा कि सोनभद्र में इन जातियों को आदिवासी का दर्जा मिला है तो नौगढ़ में क्यों नहीं। चुनाव लड़ने के लिए गोंड व पनिका जाति के लोगों का जाति प्रमाण पत्र बन सकता है तो हमेशा के लिए क्यों नहीं।
राज्य सह सचिव अनिल पासवान ने कहा नौगढ़ तहसील क्षेत्र के लहुराडीह, मझगावा, सुर्रा, जयमोहनी, विशेश्वरपुर, परसिया, बरवाडीह, परसहवां, लक्ष्मणपुर, बजरडीहा, पड़हवा, केसार, धनकुवारी, पड़रिया, गहिलाजमसोत, शाहपुर, नोनवट, देउरी, गंगापुर में बसे गोंड, पनिका, खरवार, चेरो सहित तमाम आदिवासी समाज के लोगों के रिश्तेदारी बगल के जिले सोनभद्र के गांवों में है। शादी विवाह तक होते हैं। यहां तक कि नौगढ़ के कुछ लोगों के भाई सोनभद्र जिले में हैं जिन्हें वहां आदिवासी का दर्जा प्राप्त है ऐसी परिस्थिति में जब नौगढ़ के उपरोक्त आदिवासी समाज के लोगों को आदिवासी का दर्जा नहीं मिल पाता तो वे वनाधिकार कानून सहित सरकार द्वारा संचालित अन्य तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं व सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं जो इनके आर्थिक विकास में बड़ी बाधा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि नौगढ़ में निवास करने वाले तमाम आदिवासी समाज के लोगों को सोनभद्र की तर्ज पर आदिवासी का दर्जा देकर वनाधिकार कानून सहित तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देते हुए आर्थिक उत्थान किया जाए। सभा के अंत में जिलाधिकारी को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा गया। कामरेड श्रवण यादव, मुन्नी गोंड, रामकृत कोल, हरगेन यादव, रामप्यारे गोंड, कलावती देवी, रामचंद्र, राजाराम आदि ने सभा को संबोधित किया।