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ग्रहों की बदली चाल, कोरोना का क्या होगा हाल, जानिए आप की राशि पर प्रभाव

ज्योतिष पं. अभुलेंद्र दुबे की कलम से

वाराणसी। पूरी दुनिया को अपने आगोश में लिए महामारी कोविड 19 से मुक्ति का समय आ गया है। क्योंकि रोग और भयकारक ग्रह राहु जल्द ही अपना स्थान बदलने जा रहा है। 23 सितंबर 2020 को यह पापी ग्रह मिथुन राशि से निकल कर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएगा, जिससे पूरी दुनिया में कोरोना के खात्मे की शुरुआत हो जाएगी। इससे पहले 13 सितंबर 2020 को सबसे शुभ ग्रह देव गुरु बृहस्पति मार्गी हो चुके हैं। 13 सितंबर के पहले यह उल्टी चाल चल रहे थे, जिससे देश दुनिया को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा था। अब देव गुरु के मार्गी होने से धीरे धीरे आर्थिक और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होने लगेगा। इसी तरह 29 सितंबर 2020 को शनि ग्रह भी मार्गी हो जाएंगे, जिसके बाद कोरोना या अन्य कारणों से बंद पड़े तमाम कल कारखानों के खुलने के रास्ते खुल जाएंगे। कुल मिलाकर सितंबर माह के बाद राजनीतिक, आर्थिक, शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।

राहु 23 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर अपनी मिथुन राशि से वृषभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि के गोचर काल में राहु को सर्वाधिक बलवान माना गया है। राहू को कहीं वृषभ राशि का स्वामी तो कहीं मिथुन राशि का स्वामी माना गया है। जबकि धनु राशि में इन्हें नीच का माना गया है। किसी भी राशि पर भ्रमण के समय राहु 18 महीने गोचर करते हैं। शनि के बाद राहु के प्रभाव को सर्वाधिक महत्व दिया जाता।
यदि कुंडली में राहु की अशुभ स्थिति हो तो जातक को मानसिक पीड़ा, अनेकों परेशानियां, स्वास्थ्य संबंधी विकार और अचानक आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। बलवान राहु जातक को कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता के अलावा आध्यात्मिक उन्नति के साथ राजनीतिक सफलता भी दिलाते हैं। आइए जानते हैं राहु के इस गोचर का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

मेष
मेष राशि राशि से धन भाव में राहु का गोचर जातक को सफलता दिलाएगा। आकस्मिक धन मिलने का योग बनेगा। रुका हुआ धन भी मिल सकता है। महंगी वस्तुओं की खरीदारी भी होगी । हालांकि अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना श्रेयस्कर रहेगा।

वृष
इस राशि में राहु का गोचर अप्रत्याशित परिणाम दिलाने वाला होगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से तो अच्छा नहीं होगा लेकिन कार्य व्यापार में उन्नति होगी। सरकार की ओर से रुके हुए कार्यो का निपटारा होगा। विद्यार्थियों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा।

मिथुन
मिथुन राशि से बारहवें भाव में राहु का गोचर अधिक खर्च कराने के साथ ही यात्रा भी करवाएगा। वाहन सावधानी पूर्वक चलाने के साथ ही व्यर्थ विवाद से बचना श्रेयस्कर रहेगा। उच्चाधिकारियों से संबंध बना कर रखें। विदेशी लाभ के योग बनेंगे, लेकिन कर्ज लेने से बचंे।

कर्क
राशि से लाभ भाव में राहु का गोचर जातक के लिए वरदान साबित होगा। यह गोचर जातक को सफलता दिलाएगा। घर में कोई बड़ा कार्य शुरू हो सकता है।

सिंह
राशि से दशम भाव में राहु का गोचर जातक लिए सफलता का नया आयाम गढे़गा। शासन सत्ता का पूर्ण सुख मिलेगा।

कन्या
इस राशि से भाग्य भाव में राहु का गोचर ढेर सारी अनुकूलता लाएगा। सोची समझी सभी रणनीति कारगर साबित होगी। नए कार्य व्यापार आरंभ करने वाले लोगों के लिए समय ठीक ठाक रहेगा।

तुला
इस राशि से अष्टम भाव में राशिगत राहु मिले-जुले फल देंगे। आकस्मिक धन अथवा गुप्त धन प्राप्ति का भी योग बन सकता है। हालांकि षड्यंत्रकारियों से सावधान रहने की जरूरत है। दांपत्य जीवन में सूझबूझ से काम लें।

वृश्चिक

राशि से सप्तम भाव में राहु का गोचर जातक के लिए कई सफलताओं के द्वार खोलेगा। रुके कार्यों का निपटारा होगा। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। भी पूर्ण सुख मिलेगा। अधिकारियों से मधुर संबंध बनेगे। शिक्षा प्रतियोगिता में शामिल होने वाले प्रतियोगियो के लिए अनुकूलता रहेगी।

धनु
राशि से छठे शत्रुभाव में राहु का गोचर जातक में आत्मबल बढ़ाएगा। सभी समस्याओं को हल करेगा। रोजगार की दिशा में किया गया प्रयास सफल रहेगा। गुप्त शत्रु नष्ट होंगे।

मकर
राशि से पंचम भाव में राहु का भ्रमण जातक को कुशल प्रशासक बनाएगा। विद्यार्थियों को शिक्षा प्रतियोगिता में भी सफलता दिलाएगा। संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति का योग।

कुंभ
राशि से चतुर्थ भाव में राहु का गोचर उतार-चढ़ाव वाला होगा। कार्यक्षेत्र में सफलताओं के बावजूद पारिवारिक कलह का कारण बनना। मकान अथवा वाहन खरीदने का योग बन सकता है।

मीन
राशि से तृतीय भाव में राहु का गोचर जातक को पराक्रमी बनाएगा। सामाजिक में में वृद्धि होगी। राजनीतिक कद भी बढ़ेगा। नौकरी में पदोन्नति के योग बनेंगे।

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