चंदौली। चुनाव में जीत की खबर आती इससे पहले ही नवनिर्चाचित ग्राम प्रधान की मौत हो गई। मामला धानापुर ब्लाक के किशुनपुरा गांव का है। रविवार की शाम को नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान 55 वर्षीय वीरेंद्र उर्फ रामविलास यादव की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। दुखद यह कि जिस समय वीरेंद्र यादव की मौत हुई उसी दौरान उनकी बेटी की बारात भी दरवाजे पर आई थी। किसी तरह सादगी से शादी की रस्म पूरी हुई। बाद में मतगणना में वीरेंद्र यादव को विजेता घोषित किया गया।
किशुनपुरा गांव निवासी ग्राम प्रधान पद के उम्मीदवार वीरेंद्र यादव कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। घर पर ही दवा चल रही थी। रविवार को उनकी बेटी की शादी थी और पंचायत चुनाव मतगणना भी। दरवाजे पर जैसे ही बारात आई तकरीबन उसी समय वीरेंद्र यादव की मौत हो गई। घर में जैसे कोहराम मच गया। एक तरफ बेटी की शादी की खुशी दूसरी तरफ वीरेंद्र यादव की मौत का भारी गम। आनन-फानन में सादगी से शादी हुई। वहीं कुछ ही घंटों बाद किशुनपुरा गांव की मगणना पूरी हुई और वीरेंद्र यादव को विजेता घोषित किया गया। लेकिन इसके पहले वीरेंद्र यादव की सांस थम चुकी थी। इस हृदय विदाकर घटना की गांव सहित क्षेत्र में चर्चा होती रही।