
चंदौली। मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के ओड़वार में 10 दिन पहले मारपीट में गंभीर रूप से घायल 30 वर्षीय युवक की मौत के बाद दलित बस्ती के लोगों ने जमकर बवाल काटा। ग्रामीण शव के साथ मुगलसराय कोतवाली में धरना देने जा रहे थे। पुलिस ने लाठी पटककर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। इससे नाराज ग्रामीण कोतवाली में धमक पड़े। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। एसडीएम मुगलसराय और कोतवाल गगनराज सिंह नाराज ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया।
19 जून को ओड़वार गांव के कुछ युवकों का गोलगप्पा विक्रेता से विवाद हो गया था। आरोप है कि मनबढ़ युवक रात नौ बजे गोलगप्पा विक्रेता को मारने-पीटने लगे। उसी दौरान ओड़वार गांव के कांशीराम आवास के पास रहने वाले भगत कुमार (30 वर्ष) ने बीचबचाव करने का प्रयास किया और मनबढ़ युवकों से भिड़ गया। युवकों ने भरत कुमार की बेरहमी से पिटाई कर दी। गंभीर अवस्था में उसे ट्रामा सेंटर भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने के बाद चिकित्सकों ने जवाब दे दिया तो परिजन उसे लेकर घर आ गए।
रविवार की शाम भगत की मौत हो गई। इससे परिजन और ग्रामीण नाराज हो गए और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। शव को रिक्शा ट्राली में लादकर कोतवाली जाने लगे तो रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक लिया। सीओ और कोतवाल ने समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर शव को कब्जे में ले लिया। इसके बाद दलित बस्ती के लोगों ने कोतवाली का घेराव कर दिया। पुलिस और हल्का प्रभारी पर लापरवाही का आरोप लगाया।
एसडीएम और कोतवाल ने समझाकर लोगों को शांत कराया। पुलिस ने मृतक के भाई संतोष कुमार की तहरीर पर ओड़वार निवासी प्रमोद कुमार और शिवम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इंस्पेक्टर गगनराज सिंह ने बताया कि सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी शिवम को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।