
चंदौली। जिले में उर्वरकों की काला बाजारी एवं अनियमितता पर लगाम कसने की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव के नेतृत्व में जनपद के विभिन्न खाद भंडारों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग के निर्देश पर किया गया था।
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मे० के०पी० खाद भण्डार, बबुरी पर कई गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। प्रतिष्ठान पर रेट बोर्ड नहीं लगा था, वितरण रजिस्टर केवल 1 जुलाई 2025 तक ही अपडेट था, और सबसे महत्वपूर्ण बात कि पॉस मशीन में दर्ज स्टॉक और भौतिक स्टॉक में भारी अंतर था। इन आधारों पर उक्त खाद विक्रेता का उर्वरक प्राधिकार पत्र तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया।
इसके अतिरिक्त, मे० सिंह उर्वरक केन्द्र, बबुरी निरीक्षण के दौरान बंद पाया गया, जिस पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जिला कृषि अधिकारी ने सभी खाद-बीज विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने स्टॉक रजिस्टर एवं वितरण रजिस्टर नियमित रूप से अद्यतन रखें, पॉस मशीन के स्टॉक से उनका मिलान हो, रेट बोर्ड स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करें, किसानों को निर्धारित दर पर ही उर्वरक दें और क्रय रसीद अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएं।
जनपद में उर्वरकों की स्थिति
जिला प्रशासन ने किसानों को आश्वस्त किया है कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है।
- यूरिया: 17,746.726 मैट्रिक टन
- डीएपी: 3,923.720 मैट्रिक टन
- एमओपी: 815.750 मैट्रिक टन
- एनपीके: 2,404.850 मैट्रिक टन
- एसएसपी: 11,818.375 मैट्रिक टन