
चंदौली। जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा की ओर से विकास खंड नौगढ़ के विभिन्न ग्राम पंचायतों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कई पंचायत सहायक अनुपस्थित पाए गए। सफाई व्यवस्था बदहाल मिली और सामुदायिक शौचालयों की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। पंचायत सहायकों की सेवा समाप्ति के साथ ही लापरवाह ग्राम प्रधानों, सचिवों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
ग्राम पंचायत देवखत में निरीक्षण के समय पंचायत भवन पर ताला बंद पाया गया और परिसर में साफ-सफाई नहीं थी। प्रभारी सहायक विकास अधिकारी पंचायत को विकल्पी सफाईकर्मी की तैनाती हेतु प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए। ग्राम पंचायत मलेवर में पंचायत सहायक कुमारी पूजा उपस्थित मिलीं, परंतु पंचायत भवन में गंदगी और सामुदायिक शौचालय अनुपयोगी मिला। सहायक ने हैंडपंप में सबमर्सिबल लगे होने के बावजूद पानी का स्तर कम होने से संचालन न होने की जानकारी दी।
ग्राम पंचायत चिकनी में सहायक बबूंदर यादव पूरे जून माह से अनुपस्थित मिले। सामुदायिक शौचालय प्रयोग में नहीं था, और पंचायत भवन की मरम्मत जारी थी। ग्राम प्रधान और सचिव को एक सप्ताह में सहायक की सेवा समाप्त करने और शौचालय को सक्रिय कराने का निर्देश दिया गया। ग्राम पंचायत मगरही में सहायक कुमारी सुमन अनुपस्थित मिलीं। आरआरसी केंद्र निर्माणाधीन था और शौचालय की मरम्मत जारी थी। सहायक की सेवा समाप्ति और शौचालय को एक सप्ताह में चालू करने के निर्देश दिए गए।
ग्राम पंचायत बैरागढ़ में सहायक फूलन देवी जून माह से अनुपस्थित थीं। शौचालय मरम्मत योग्य था और सचिव को आवश्यक मरम्मत कार्य कर संचालन सुनिश्चित करने और सहायक की सेवा समाप्त करने को कहा गया। ग्राम पंचायत अमदहा चरणपुर में सहायक लक्ष्मी देवी भी जून माह से अनुपस्थित पाई गईं। ग्राम प्रधान और सचिव की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जिस पर दोनों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। पंचायत भवन निर्माणाधीन है, जबकि शौचालय संचालित पाया गया।
ग्राम पंचायत जनकपुर में पंचायत भवन का निर्माण पूरा हो चुका है लेकिन वायरिंग का कार्य अधूरा है। सहायक श्रीमती शिवांगी राव केवल तीन दिन ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कर सकीं। सड़क मार्ग का अभाव भी सामने आया, जिसे सुधारने के निर्देश दिए गए। लगातार लापरवाही के बावजूद पंचायत सचिवालय की निष्क्रियता को गंभीर मानते हुए संबंधित सचिव को मध्यकालीन प्रतिकूल प्रविष्टि देने और ग्राम प्रधान को नोटिस जारी करने की संस्तुति जिलाधिकारी को भेजने की बात कही गई है। निरीक्षण के समय मनोज श्रीवास्तव (जिला कंसल्टेंट, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण), उपेंद्र साहनी, प्रदीप कुमार, संदीप कुमार, अश्वनी कुमार, गुड्डू प्रसाद सहित संबंधित ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।