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चंदौली। चंदौली पालीटेक्निक कालेज के स्ववित्तपोषित खाते के क्रमांक 1 में 6 करोड़ रुपये उपलब्ध हैं। इसके बावजूद मात्र 38 लाख रुपये निर्माण एजेंसी को जारी न होने की वजह से कालेज की टूटी बाउंड्री के साथ ही महिला छात्रावास की बाउंड्रीवाल का काम पिछले छह माह से अटका हुआ है। जिलाधिकारी ने प्रकरण का संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
चंदौली पालीटेक्निक कालेज की टूटी बाउंड्रीवाल व महिला छात्रावास की चहारदीवारी का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए निर्माण एजेंसी यूपीआरएनएसएस ने 38.33 लाख का आगणन तैयार कर भेजा था। निदेशक प्राविधिक शिक्षा उत्तर प्रदेश की ओर से परीक्षण के उपरांत आगणन को उचित मानते हुए पालीटेक्निक प्रधानाचार्य को संस्था के खाते के क्रमांक संख्या 1 में उपलब्ध 6 करोड़ रुपये धनराशि में से 38.33 लाख रुपये बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी। जुलाई में ही निदेशक की ओर से पत्र जारी किया गया था, लेकिन अभी तक धनराशि रिलीज नहीं की गई। इसकी वजह से बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य अभी तक रुका हुआ है। उल्लेखनीय है कि पालीटेक्निक कालेज परिसर में ही जिलाधिकारी, सीडीओ समेत जिले के आला अधिकारियों के आवास हैं। इसके बावजूद कालेज में विकास कार्यों में लेटलतीफी समझ के परे है। जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं था। इसके बारे में पता कर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यदि धनराशि उपलब्ध है तो बाउंड्रीवाल का निर्माण जरूर कराया जाएगा।