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क्राइमराज्य/जिलावाराणसी

केंद्रीय विद्यालय और बीएचयू एनसीसी में दाखिला के नाम पर बच्चों से अप्राकृतिक दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार

वाराणसी। बीएचयू एनसीसी और केंद्रीय विद्यालय में दाखिला कराने के नाम पर पांच किशोरों से 30 हजार रुपये वसूलने और फिजिकल टेस्ट के नाम पर अप्राकृतिक दुष्कर्म के आरोपित को लंका थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। चौबेपुर के गरथौली के रहने वाले राजेश यादव की तहरीर पर जंसा थाना क्षेत्र के गंगापुर मीरावन निवासी मुरारी लाल गोंड के खिलाफ अप्राकृतिक दुष्कर्म, मारपीट, धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया।
आरोप है कि मुरारी ने सीएचएस और बीएचयू एनसीसी में दाखिला दिलाने के नाम पर पांच छात्रों से 30-30 हजार रुपये वसूले। इसके बाद अपना मोबाइल बंद कर गायब हो गया। पुलिस के अनुसार आरोपी मुरारी लाल की मुलाकात छह महीने पहले राजेश से डुबकियां में हुई। इस दौरान मुरारी ने खुद को कोचिंग में पढ़ाने वाला शिक्षक बताया। साथ ही बीएचयू एनसीसी और सीएचएस में दाखिला कराने की बात बताई। मुरारी की बातों मे आकर राजेश ने अपने परिचित दो बच्चों का एनसीसी और तीन का सीएचएस में दाखिला कराने के नाम पर प्रति छात्र 30 हजार रुपये मुरारी को दिलवा दिए। राजेश के मुताबिक पैसा लेने के बाद मुरारी दोनों छात्रों को एनसीसी में दाखिला दिलाने के लिए पहले फिजिकल टेस्ट करने के बहाने कृषि विज्ञान संस्थान की झाड़ी में ले गया और वहां आप्राकृतिक दुष्कर्म किया। इसके बाद बच्चों को कुछ दिन बरगलाता रहा। इस बीच अपना मोबाइल बंद कर दिया। बच्चों ने आपबीती राजेश यादव को बताई। राजेश ने पूरी प्लांनिग के साथ सोमवार को मुरारी को फोन कर दो और बच्चों का प्रवेश कराने के लिए पैसा देने के लिए बुलाया। इस दौरान उसे पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। बीएचयू के कार्यवाहक चौकी प्रभारी प्रीतम तिवारी ने बताया कि राजेश की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी से पूछताछ कर और लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है। आरोपी बीएचयू से 2000 में बीए पास होने के बाद कोचिंग और निजी विद्यालय में पढ़ाने लगा था। इस दौरान दर्जनों बच्चों के साथ पहले इस तरह की धोखाधड़ी कर चुका है। पुलिस को पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बचपन से समलैंगिक है। इसके कारण उसकी पत्नी अपने दो बच्चों के साथ उसे छोड़कर अपने मायके चली गई। चार भाइयों में सबसे छोटा है। माता-पिता की मौत के बाद रोहनिया के चितईपुर में किराए पर रहता था। पुलिस हिरासत में लिए गए आरोपी ने बीएचयू के पूरे सिस्टम पर ही सवाल खड़ा कर दिया। सारी प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन होने के बाद भी कैसे जालसाजी कर बच्चों को प्रवेश दिलाने में जालसाज कामयाब हो रहे हैं। सीएचएस में बच्चों को प्रवेश दिलाने के नाम पर पकड़े गए आरोपी ने पुलिस को बताया कि सत्र 2020 में दो बच्चों का दाखिला पैसा लेकर सीएचएस में कराया। दोनों बच्चे पढ़ रहे हैं। आरोपी के अनुसार सीएचएस में पढ़ाने वाले एक शिक्षक से उसकी जान-पहचान है। उन्हीं से मिलकर छात्रों का प्रवेश करवाया था। प्रभारी लंका महातम यादव ने बताया कि आरोपी और उसके सारे करीबियों से पूछताछ की जाएगी।

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