
जय तिवारी
चंदौली। धानापुर के चर्चित मुटुन यादव हत्याकांड से एक के बाद एक कई तथ्य जुड़ते चले जा रहे हैं। मसलन पुलिस ने जिन दो अपराधियों पर 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया है उनमें एक राघवेंद्र सिंह उर्फ गुरु भभुआ ब्लाक प्रमुख का पति है। वहीं दूसरा अभियुक्त अखिलेश सिंह राघवेंद्र का भतीजा है। मुटुन की हत्या में 30 एमएम की पिस्टल का इस्तेमाल हुआ था, जो पूर्वांचल में अपराधियों की पहली पसंद बन चुकी है।
30 और 9 एमएम की पिस्टलें पूर्वांचल के अपराधियों की पहली पसंद
पुलिसिया जांच के अनुसार मुटुन यादव को 30 एमएम की पिस्टल से 13 गोलियां मारी गई थीं। ये गोलियां पोस्टमार्टम के दौरान मुटुन यादव के शरीर से निकाली गईं। पूर्वांचल में अपराधियों के गैंग में 9 और 30 एमएम पिस्टल का क्रेज बढ़ा है। कुछ साल पहले तक मुंगेर निर्मित असलहों का अपराधी इस्तेमाल करते थे, जो गोरखपुर के रास्ते पूरे पूर्वांचल में पहुंचाए जाते थे। लेकिन सटीक मारक क्षमता के चलते 30 एमएम और 09 एमएम की पिस्टलें अपराधियों को भाने लगी हैं। 40 से 50 हजार में आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं। ये माडीफाइड पिस्टलें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जरिए पूर्वांचल के बदमाशों तक पहुंच रही हैं।