चंदौली। निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण जिला निर्वाचन कार्यालय के गले की फांस बन चुका है। इतनी गड़बड़ियां देखने को मिल रही हैं कि सुधार करने में कर्मचारियों के पसीने छूट जा रहे हैं। बहरहाल अच्छी बात यह कि जिन लोगों ने नामावली में नाम बढ़वाने के लिए 2015 में दावा और आपत्ति पेश की थी उनका नाम 2021 की मतदाता सूची में शामिल करने की कवायद की जा रही है। 22 जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। इस बार तकरीबन 15 लाख मतदाता गांव की सरकार चुनेंगे।
मतदाता सूची में सुधार के लिए दावा और आपत्तियां आने लगी हैं। विभाग इसके निस्तारण में जुटा हुआ है। हालांकि इस बार 2015 में आए दावा और आपत्तियों का निस्तारण कर मतदाताओं का नाम सूची में शामिल करने का भी दबाव है। इसलिए जिले में इसकी संख्या ज्यादा रहेगी। निर्वाचन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस बार पंचायत चुनाव के लिए करीब 15 लाख मतदाता बनाए जाएंगे। पुनरीक्षण के दौरान बीएलओ ने घर-घर जाकर फार्म भरवाया था। इस दौरान सूची में नाम बढ़ाने के लिए 3.30 लाख आवेदन आए थे जबकि 90 हजार से अधिक लोगों ने नामावली से नाम काटने के लिए आवेदन किया था। दावा और आपत्तियों के निस्तारण के बाद भी सूची में मतदाताओं की संख्या बढ़ेगी। पिछले पंचायत चुनाव में 12.50 लाख लोगों का नाम सूची में शामिल था। इस बार संख्या बढ़कर 15 लाख होने की उम्मीद है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कैलाश यादव ने बताया कि मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए दावा और आपत्तियों के निस्तारण की प्रक्रिया चल रही है। 2015 के पंचायत चुनाव में दावा और आपत्ति करने के बाद भी जिन लोगों का नाम सूची में शामिल नहीं था, उसे भी इस बार दर्ज किया जाएगा। मतदाता सूची को मुकम्मल करने की कोशिश की जा रही है।
इन वजहों से सूची में शामिल नहीं हुआ नाम
पिछले पंचायत चुनाव में सूची पुनरीक्षण के लिए कम समय दिया था। दावा और आपत्तियां आईं लेकिन आवेदनकर्ताओं ने अपना पता, मतदाता सूची की क्रमांक संख्या, वार्ड संख्या आदि का कालम अधूरा छोड़ दिया था। विभाग जब तक अधूरे आंकड़े जुटाता तब तक आयोग की वेबसाइट पर मतदाताओं की डाटा फीडिंग का काम बंद कर दिया गया। इसके चलते जिले में सैकड़ों लोगों का नाम सूची में शामिल नहीं हो सका और मतदान नहीं कर सके। निर्वाचन विभाग और तहसील प्रशासन इस बार मतदाताओं के नाम सूची में शामिल करने में जुटा हुआ है।