
जय तिवारी की रिपोर्ट…
चंदौली। धानापुर क्षेत्र के रायपुर निवासी गैंगस्टर मुटुन यादव की हत्या को वर्चस्व की जंग और बदले की आग से जोड़कर देखा जा रहा है। ठीक सात साल पहले वर्ष 2019 में मुटुन ने गांव के ही राजन सिंह की धानापुर कस्बा में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जेल काटकर वापस लौटा और इलाके में अपना प्रभाव बढ़ा लिया। पिछले साल अपनी एसयूवी में अवैध असलहों से साथ पकड़ा गया था। हालांकि परिवार गांव में काफी लोकप्रिय है। पिछले लगभग तीन दशक से घर में ही प्रधानी चली आ रही है। मुटुन यादव भी काफी व्यवहार कुशल था और लोग उसे पसंद करते थे। मृतक का बेटा भी हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस के रिकार्ड में जिले का टाप टेन का अपराधी है।
जहां की थी हत्या वहीं मिली मौत
रायपुर निवासी मुटुन यादव और राजन सिंह दोनों ही मनबढ़ किस्म के थे। दोनों परिवारों के बीच तनातनी थी। वर्ष 2019 में धानापुर बस स्टैंड के पास ही किसी बात को लेकर राजन सिंह और मुटुन यादव के बीच कहासुनी हो गई। राजन सिंह ने मुटुन को दो-तीन थप्पड़ जड़ दिए। गुस्से से तमतमाया मुटुन घर से लाइसेंसी असलहा लाया और राजन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। राजन के भाई गोपाल सिंह को भी गोली लगी और वे घायल हो गए। घटना में मुटुन और उसके परिवार के कुछ लोग जेल भी गए। जेल से छूटकर आने के बाद मुटुन अपने कारोबार में लग गया। वह धनुषधारी नाम से दो बसें चलवाता था।
असलहों का शौकीन, थाने का गैंगेस्टर था मुटुन
राजन सिंह की हत्या के बाद मुटुन यादव अपनी सुरक्षा को लेकर संजीदा हो गया था। वह असलहों का भी शौकीन था। पिछले वर्ष जुलाई माह में धानापुर और सकलडीहा पुलिस ने धरहरा-रानेपुर मार्ग पर मुठभेड़ के बाद मुटुन और उसके एक साथी नरौली के अरविंद यादव को पकड़ा था। उनकी एसयूवी में दो अवैध असलहे और आठ कारतूस बरामद हुए थे। पुलिस ने एसयूवी सीज करने के साथ ही दोनों आरोपियों का चालान कर दिया था। कुछ दिन बाद मुटुन फिर जेल से छूट गया। मुटुन पर चंदौली और धानापुर थाने में गैंगस्टर, आर्म्स एक्ट सहित कई मामलों में मुकदमा दर्ज है।
बदमाशों को पकड़ने के लिए टीम गठित
एसपी आदित्य लांग्हे ने बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम गठित कर दी है। बताया कि मृतक पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। नए और पुराने सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। घटना को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।