
वाराणसी। पूर्वांचल की हरी सब्जियों ने एक बार फ़िर खाड़ी देशों की उड़ान भरनी शुरू कर दी है। दुबई और शारजाह के शेख़ पूर्वांचल की पौष्टिक सब्जियों का स्वाद चख़ सकेंगे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से मंगलवार को एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान ने हरी सब्जियों को लेकर उड़ान भरी। दो मीट्रिक टन के कार्गाे में परवल, भिंडी, नेनुआ, कुंदरू व सूरन आदि सब्जियां भरी हैं।
2020 में भी लंदन, दुबई, दोहा, क़तर जैसे कई देशों में हरी मिर्च, बनारसी लंगड़ा आम, काला चावल निर्यात हो चुका है। बिचौलियों को बीच से हटा कर अब किसान खाद्य पदार्थों का सीधा निर्यात कर रहे हैं, जिससे उनको अधिक मुनाफ़ा मिल रहा है। किसानों के समूह (एफपीओ) फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन के माध्यम से किसान बिना बिचौलियों के सीधे निर्यात कर रहे हैं। क्षेत्रीय प्रभारी एपीडा डॉ सीबी सिंह ने बताया कि लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से पूर्वांचल के जिलों वाराणसी, प्रयागराज, भदोही से इस सीजन की पहली खेप दो मीट्रिक टन हरी सब्जियां यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के लिए रवाना हुई हैं। ये सब्जियां भदोही के त्रिसागर फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन के माध्यम से ली गई हैं। जिसमें क़रीब 15 -20 किसान जुड़े है। संयुक्त अरब अमीरात में आयातक प्राइम जोन ट्रेडिंग एलएलसी है और निर्यातक एएफके एग्रोनॉमिक्स एलएलपी है। एयरलाइंस एयर इंडिया एक्सप्रेस के माध्यम से निर्यात हुआ। अब एपीडा नए स्थानों जैसे प्रयागराज, भदोही आदि तक अपनी पहुंच बढ़ा रहा है। जो पहले पूर्वांचल में वाराणसी क्षेत्र तक केंद्रित था। पिछले सीजन जनवरी में कृषि निर्यात हुआ था लेकिन इस बार इसे अक्टूबर के महीने में शुरू किया गया है। इस सीजन में कृषि निर्यात लंबी अवधि के लिए पूरा कर सकता है क्योंकि लीन पीरियड बहुत आगे है। अब तक पूर्वांचल क्षेत्र से लगभग 1000 मीट्रिक टन ताजे फल और सब्जियां और लगभग 10000 मीट्रिक टन चावल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में निर्यात किए जा चुके हैं। नए निर्यात स्थलों जैसे बांग्लादेश, वियतनाम, ईरान आदि की भी पहचान की जा रही है।