
चंदौली। नगर पालिका परिषद मुगलसराय में तालाब की बेशकीमती जमीन पर अतिक्रमण का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। पालिका अध्यक्ष संतोष खरवार का आरोप है कि अतिक्रमण करने वालों में विधायक का नाम भी शामिल है। सत्ता हाथ में आते ही विधायक ने जमीन की बाउंड्री करा ली। चेयरमैन इस मामले को लेकर मुखर हैं। उन्होंने अधिशासी अधिकारी से जवाब तलब किया है। पूरे मामले को शासन तक पहुंचाने की बात कही है। वहीं विधायक ने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है।
नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 25 मस्तलाज गली स्थित एक तालाब का अस्तित्व ही समाप्त हो चुका है। इसपर एक दर्जन से अधिक इमारतें तन गई हैं। जबकि भूलेख में कूढ़कला मौजा के मवई परगना की यह जमीन पोखरी के रूप में दर्ज है। नगर पालिका चेयरमैन का आरोप है कि विधायक द्वारा तालाब की जमीन पर बाउंड्री कराने का मामला सामने आने पर ईओ से जवाब-तलब किया गया है। इस पूरे मामले को शासन तक पहुंचाया जाएगा। इसके साथ ही नगर पालिका स्थित तालाब की जितनी भी जमीन हैं उनपर अतिक्रमण हटवाने के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। कहा कि सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटने तक प्रयास जारी रहेगा।
विधायक ने आरोपों को किया खारिज
बीजेपी विधायक रमेश जायसवाल ने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए कहा कि। जिस जमीन की बात कही जा रही है वह रजिस्ट्री की है। इसके पर्याप्त अभिलेख मेरे पास मौजूद हैं। इस जमीन के बंटवारे को लेकर मुकदमा भी न्यायालय में लंबित है। समझौता होने के बाद जमीन की बाउंड्री करवाई। जब पत्नी नगर पालिका अध्यक्ष थीं उस दौरान एक भी आरोप मेरे ऊपर नहीं लगे। सभी आरोप निराधार हैं।