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चंदौलीनिकाय चुनाव

Chandauli News : सत्तापक्ष के सामने निकाय चुनाव में कमल खिलाने की चुनौती, केंद्रीय मंत्री, राज्यसभा सदस्य, तीन-तीन विधायकों की साख दांव पर, पिछले चुनाव में रहा शानदार प्रदर्शन

चंदौली। विकास के मामलों में अतिपिछड़ा घोषित चंदौली में निकाय चुनाव में सत्तापक्ष के सामने दोबारा कमल खिलाने की चुनौती है। चंदौली से केंद्रीय मंत्री, राज्यसभा सदस्य और भाजपा के तीन-तीन विधायक हैं। ऐसे में मैदान में कमल के चुनाव निशान पर ताल ठोक रहे प्रत्याशियों के साथ ही इन जनप्रतिनिधियों की साख भी दांव पर लगी है। पिछले निकाय चुनाव में जिले में भाजपा का प्रदर्शन शानदार रहा। नगर पालिका चेयरमैन के अलावा नगर पंचायत अध्यक्ष के दो पदों पर पार्टी को जीत मिली थी। इस बार भी कामयाबी बरकरार रखनी होगी, तभी ट्रिपल इंजन वाली सरकार का मंसूबा परवान चढ़ेगा।

 

जिले में चार नगर निकाय हैं। पीडीडीय नगर पालिका के साथ ही सदर, सैयदराजा व चकिया नगर पंचायतों में आगामी चार मई को मतदान होगा। देश व प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी जनता से ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने का आह्वान कर रही है। ताकि विकास को और गति दी जा सके। इसी रणनीति के तहत काफी सोच-समझकर टिकट भी बांटे गए। इसमें जातीय समीकरण का भी ध्यान रखा गया है। हालांकि विपक्षी दल भी इस बार निकाय चुनाव में सत्तापक्ष को पटखनी देने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं। सरकार की नाकामियों व जनविरोधी नीतियों की लिस्ट लेकर जनता के सामने जा रहे। वहीं जातिगत समीकरण व सेक्यूलरिज्म के फंडे का भी इस्तेमाल किया जा रहा। निकाय चुनाव में सिर्फ प्रत्याशी ही नहीं, बल्कि केंद्रीय मंत्री व सांसद डा. महेंद्रनाथ पांडेय के साथ ही चंदौली की राजनीति में सक्रिय राज्यसभा सदस्य दर्शना सिंह, विधायक सुशील सिंह, कैलाश आचार्य व रमेश जायसवाल की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।

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