चंदौली। सदर कोतवाली क्षेत्र के दिघवट गांव निवासी रिटायर्ड रेलकर्मी बीरबल मौर्य की मौत रहस्य बनकर रह गई है। घटना के 48 घंटे बाद भी पुलिस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर सकी है। जबकि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि सिर पर पांच जगह वार कर बीरबल को मौत के घाट उतारा गया था। हालांकि पुलिस विभिन्न पहलुओं पर मामले की जांच कर रही है।
दिघवट गांव निवासी बीरबल मौर्य मुगलसराय रेलवे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। वह तीन जनवरी, 2003 को रिटायर हुए थे। इसके बाद वह गांव में ही खेती-किसानी करने लगे। उनके छोटे पुत्र शिरी का निधन कुछ साल पहले हो गया था। वह अपने बड़े बेटे रामअवतार के साथ रहते थे। परिजनों ने बताया कि बीरबल मौर्य बीते रविवार भोर में गाय को चारा-पानी देने के बाद टहलने निकल गए। कुछ देर बाद घर से लगभग एक किमी दूर जमुनीपुर-दिघवट पुलिया पर उनका शव मिलने से सनसनी फैल गई। अज्ञात हमलावरों ने सिर व चेहरे पर प्रहार कर हत्या कर दी। घटना के 48 घंटे बाद भी हत्या का खुलासा नहीं होने से परिजन परेशान हंै। इस बाबत सीओ सदर कुंवर प्रभात सिंह ने बताया ने बताया कि पीएम रिपोर्ट में सिर पर चोटों के पांच निशान पाए गए हैं। मामले की जांच कई बिंदुओं पर की जा रही है। शीघ्र ही खुसाला किया जाएगा।
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