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क्राइममिर्ज़ापुरराज्य/जिला

पंद्रह साल की कच्ची उम्र में बनी कातिल, छोटी बहन को ही मरवा डाला


इस कहानी पर भरोसा करना मुश्किल है लेकिन सच्चाई को नकारा भी तो नहीं जा सकता। जिस उम्र में बच्चे गुड्डे और गुड़िया का खेल खेलते हैं उस उम्र में कातिल बन गई। कत्ल भी किसका अपनी सगी बहन का। ओफ्फ… यह वारदात काफी खौफनाक है….

मीरजापुर। थाना पड़री क्षेत्र के भरूहिया निवासी दिलीप सिंह की दो पुत्रियां अंजली उम्र करीब 15 वर्ष और नंदनी 11 वर्ष गुरुवार को घर से साइकिल से बाजार सब्जी लेने व साइकिल की मरम्मत कराने निकलीं लेकिन वापस घर नहीं आईं। परेशान दिलीप ने थाने पहुंचकर रपट दर्ज करवाई। पुलिस हरकत में आई और किशोरियों की तलाश में जुट गई। रात्रि में अंजली को सकुशल बरामद कर लिया गया दूसरी पुत्री का पता नहीं चल पाया। पुलिस की खोजबीन जारी थी। शुक्रवार को सुबह तकरीबन सवा आठ बजे थाना प्रभारी पड़री को धौरा रेलवे क्रासिंग के पास एक अज्ञात लड़की का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई। शव की शिनाख्त दिलीप की छोटी पुत्री नंदनी के रूप में हुई है। अब इस वारदात के पीछे की खौफनाक कहानी भी जान लिजिए।

एसपी मीरजापुर अजय कुमार सिंह ने आरोपितों को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए बताया कि दिलीप की बड़ी लड़की अंजली का विगत् दो वर्षों से उसी के गांव के प्रमोद बिंद पुत्र रामलाल बिन्द के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। गुरुवार को घर से साइकिल बनवाने के बहाने अंजली व नंदनी निकलीं जो साइकिल को नटवा के डेरा के पास खड़ी कर प्रमोद के साथ मोटर साइकिल पर बैठकर तीनों मीरजापुर आए, शास्त्री पुल, कचहरी भ्रमण कर होटल पर खाना खाया और कपड़ों की खरीददारी किए। देर रात्रि वापस धौरा स्थित रेलवे लाइन पहुंचे और छोटी बहन नंदनी को नींद आ गयी। इसी बीच अंजली व प्रमोद ने मिलकर नंदनी का गला दबाकर हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाते हुए रेलवे पटरी पर रख दिया ताकि किसी को उस पर शक न हो। अंजली ने पूछताछ में बताया कि माता-पिता मेरे साथ सौतेला व्यवहार करते थे और नंदनी को ज्यादा प्यार दुलार दिया जाता था। यही नहीं वह हमारे प्रेम संबंध के बीच भी बाधा उत्पन्न कर रही थी। इसीलिए उसको रास्ते से हटा दिया। पुलिस ने अंजली और प्रमोद का चालान कर दिया। घटना का अनावरण करने वाली टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक वेंकटेश तिवारी, उप निरीक्षक संजय यादव, उनि मो0 मेराज खां, प्रदीप पाण्डेय, राजकुमार सिंह, संतोष कुमार, भगवान दास यादव, संजय सिंह को पुलिस महानिरीक्षक विन्ध्याचल परिक्षेत्र ने ₹ 25000 का पुरस्कार देने की घोषणा की।

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