
चंदौली। कहना न होगा कि जिला पंचायत और ब्लाक प्रमुख चुनावों के जरिए बीजेपी में धनबल और बाहुबल का समावेश हुआ है। जौनपुर के बाहुबली धनंजय सिंह से लेकर पूर्व एमएलसी विनीत सिंह, माफिया से माननीय बने बृजेश सिंह और चंदौली के छत्रबली सिंह ने इन चुनावों के जरिए सत्ताधारी पार्टी में अपनी पैठ और गहरी की है। खासकर चंदौली की राजनीति में धनबली के नाम से मशहूर छत्रबली सिंह धुरंधरों पर भारी पड़े हैं। सफलता के रथ पर सवार छत्रबली सिंह दिल्ली पहुंचकर बड़े नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त कर पार्टी में अपनी पैठ को और पुख्ता करने में जुटे हैं।
छत्रबली सिंह फैक्टर आगामी विधान सभा चुनाव में भी अपना प्रभाव छोड़ सकता है। जिला पंचायत अध्यक्ष और शहाबगंज ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर अपने चहेतों को बैठाकर स्टीयरिंग अपने हाथ में ले ली है। देश की सबसे ताकतवर पार्टी भी छत्रबली सिंह के सामने बेबस नजर आई। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी को कोई उम्मीदवार नहीं मिला तो छत्रबली सिंह का सहयोग लेना पड़ा। अपने राजनीतिक कैरियर में प्रत्येक पांच वर्ष पर चोला बदलने वाले छत्रबली सिंह ने भी भाजपा का सहयोगी बनने में देर नहीं की। खुद बसपा के टिकट पर अध्यक्ष बने तो पत्नी को सपा का टिकट दिलाकर अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाया और अपने सारथी को भाजपा के जरिए अध्यक्ष पद की कुर्सी दिलाकर लगातार तीसरी दफा हाट सीट पर अपनी पकड़ बनाए रखी। अब भाजपा में विरोधी हावी न हों इसके लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री से लेकर जिले के सांसद तक का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।