
रिपोर्टर- बाबू चौहान
चंदौली। शहाबगंज ब्लॉक क्षेत्र में सहकारी समिति से किसानों को मिली डीएपी खाद की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। केरायगांव निवासी किसान भरत लाल यादव को मिली डीएपी की बोरी में बड़े-बड़े पत्थर मिलने के बाद किसान बेहद नाराज़ हो गए हैं। इस घटना ने क्षेत्र के ग्रामीण किसानों में व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है। किसानों ने सुधार न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
किसान भरत लाल यादव ने जैसे ही खाद की बोरी में पत्थर मिले, उन्होंने इसकी शिकायत किसान विकास मंच के संगठन मंत्री रामअवध सिंह को दी। शिकायत मिलते ही रामअवध सिंह ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सहायक निबंध सहकारिता अधिकारी प्रकाश उपाध्याय, एसडीसीओ शैलेंद्र सिंह और एडीओ कोऑपरेटिव सुनील पाल को मामले की सूचना दी। उन्होंने अधिकारियों से मांग की कि इस तरह की घोर लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई की जाए और दोषियों पर सख्त कदम उठाए जाएं।
इस संबंध में सहकारी समिति के सचिव भोला यादव से बात की गई। उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दी गई है और उनके निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। सचिव का कहना है कि विभागीय स्तर पर मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है।
पीड़ित किसान भरत लाल यादव ने बताया कि खाद को ईंट-पत्थर से तोड़कर जांचने पर भी वह खेत में उपयोग करने योग्य नहीं थी। उन्होंने कहा कि ऐसी खाद अगर खेत में डाल दी जाए तो फसल और मिट्टी दोनों को नुकसान पहुंच सकता है। किसान उपेंद्र सिंह, धीरेंद्र सिंह, रामदेव श्याम सिंह, रामदुलार यादव, नरेंद्र सिंह, राजवंत सिंह, तारकेश्वर दसवां, रमेश पांडे समेत कई लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि सहकारी समिति अपनी कार्यप्रणाली में तुरंत सुधार नहीं करती और दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, तो वे मजबूर होकर उग्र आंदोलन करेंगे।

