
चंदौली। चकिया तहसील अंतर्गत कौडिहार गांव स्थित कर्मनाशा नदी से अवैध लाल बालू खनन का धंधा खुलेआम फल-फूल रहा है। बालू माफिया प्रतिदिन ट्रैक्टर-ट्रालियों के जरिए नदी से लाल बालू निकालकर बेखौफ बाजार में बेच रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि यह अवैध कारोबार प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है, जिससे कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि बालू माफिया इतने बेखौफ हो चुके हैं कि वे खुलेआम प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं। दिनदहाड़े नदी का सीना छलनी किया जा रहा है, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है और भविष्य में बाढ़ व कटान का खतरा बढ़ता जा रहा है।
इस मामले में इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कर्मनाशा नदी में किसी भी हाल में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। यदि इस तरह का मामला संज्ञान में आता है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अवश्य की जाएगी।
अब बड़ा सवाल यह है कि जब खनन “हर हाल में नहीं होगा”, तो फिर रोजाना ट्रैक्टर-ट्राली कैसे चल रही हैं। क्या कार्रवाई सिर्फ बयानबाजी तक सीमित रहेगी या बालू माफियाओं पर वास्तव में प्रशासन का शिकंजा कसेगा, जनता की नजरें अब प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।

