
चंदौली। पंडित दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) रेल मंडल ने नव वर्ष 2026 से पहले कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। मंडल प्रशासन ने समयबद्ध और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत लगभग 1850 कर्मचारियों को पदोन्नति प्रदान कर दी है। इस ऐतिहासिक पहल से न केवल कर्मचारियों में उत्साह का माहौल है, बल्कि उनके परिवारों में भी नववर्ष की खुशियां पहले ही दस्तक दे चुकी हैं।
मंडल रेल प्रबंधक उदय सिंह मीना के स्पष्ट दिशा-निर्देशों के अनुरूप यह कार्य कार्मिक विभाग द्वारा वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी उज्ज्वल आनंद के नेतृत्व में संपन्न कराया गया। वर्ष 2025 के दौरान डीडीयू मंडल स्तर पर जितने भी कर्मचारी पदोन्नति के पात्र थे, लगभग सभी को पदोन्नति का लाभ दे दिया गया है। यह कदम कर्मचारी हित में मंडल प्रशासन की मजबूत इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
वर्ष परिवर्तन से पहले लागू होंगी पदोन्नतियां
मंडल प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी पदोन्नतियां वर्ष परिवर्तन से पूर्व प्रभावी रहें। इसका सीधा लाभ यह होगा कि कर्मचारियों को पदोन्नति से जुड़ा वित्तीय लाभ तुरंत मिल सकेगा। इसके साथ ही 1 जनवरी 2026 से 8वें वेतन आयोग के लागू होने की संभावनाओं को देखते हुए माना जा रहा है कि इन कर्मचारियों को वेतन, भत्तों और एरियर के रूप में उल्लेखनीय आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।
कर्मचारियों को अधिकतम लाभ दिलाने के उद्देश्य से मंडल रेल प्रबंधक के निर्देश पर पिछले दो महीनों से कार्मिक विभाग ने युद्धस्तर पर कार्य किया। इस दौरान विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अतिरिक्त समय और ऊर्जा लगाकर पदोन्नति से संबंधित लंबित मामलों का निस्तारण किया। इस अभियान में विभिन्न विभागों के शाखा अधिकारियों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का भी पूर्ण सहयोग मिला।
अभियान की कमान और टीमवर्क का उदाहरण
इस पूरे अभियान की जिम्मेदारी अपर मंडल रेल प्रबंधक दिलीप कुमार को सौंपी गई थी, जिन्होंने विभागीय समन्वय और समयबद्ध निगरानी के जरिए इस कार्य को सफलतापूर्वक पूर्ण कराया। यह पहल डीडीयू मंडल में बेहतर प्रशासनिक तालमेल और टीमवर्क का उत्कृष्ट उदाहरण बनकर सामने आई है।
कर्मचारियों और यूनियनों में खुशी
समय पर पदोन्नति मिलने से कर्मचारियों और विभिन्न कर्मचारी संगठनों में हर्ष और संतोष का माहौल है। पदोन्नति पाने वाले कर्मचारियों ने इसे अपने लंबे इंतजार का सुखद अंत बताया। वहीं कर्मचारी यूनियनों और संगठनों ने मंडल प्रशासन की इस पहल की खुलकर सराहना की है। यूनियन प्रतिनिधियों का कहना है कि वर्षों से लंबित पदोन्नति और भत्तों का समाधान होना पारदर्शिता, संवेदनशीलता और कुशल प्रशासन का प्रमाण है।
भत्तों का भुगतान और पुराने मामलों का निस्तारण
पदोन्नतियों के साथ-साथ डीडीयू मंडल ने इस वर्ष एक विशेष अभियान चलाकर कर्मचारियों के लंबे समय से लंबित भत्तों का भी बड़े पैमाने पर भुगतान किया है। इसके अतिरिक्त अन्य पुराने और जटिल मामलों के निस्तारण की प्रक्रिया भी तेज़ कर दी गई है। मंडल प्रशासन का लक्ष्य है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक शेष बचे सभी परिवादों का समाधान कर दिया जाए।
कर्मचारी कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता
मंडल रेल प्रबंधक उदय सिंह मीना ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कर्मचारियों का कल्याण हमेशा प्राथमिकता पर रखा जाए। उन्होंने कहा कि कर्मचारी रेलवे की रीढ़ हैं और उनकी संतुष्टि ही बेहतर सेवा गुणवत्ता की आधारशिला है। संतुष्ट कर्मचारी ही पूरे मनोयोग और समर्पण के साथ कार्य कर सकते हैं, जिससे रेलवे की प्रगति सुनिश्चित होती है।
डीडीयू मंडल का यह प्रयास न केवल कर्मचारियों के लिए नववर्ष का अनमोल उपहार है, बल्कि भारतीय रेल की सेवा भावना, प्रशासनिक दक्षता और कर्मचारी हित के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का सशक्त उदाहरण भी है। आने वाले समय में भी कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों का समाधान इसी प्रतिबद्धता के साथ जारी रखने का संकल्प मंडल प्रशासन ने दोहराया है।

