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Chandauli News : कारगर साबित हो रही पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 1930, खाते से उड़ाए 34990 रुपये कराए वापस

पुलिस, साइबर क्राइम, साइबर हेल्पलाइन
  • 2024 में 11 लोगों के खाते से उड़ाए गए 6,44,516 रुपये पुलिस करा चुकी है वापस ठगों के खातों पर कर रही प्रहार, जागरुकता ही साइबर अपराध से बचाव का हथियार पैसे वापस पाकर खिल जा रहा लोगों का चेहरा, डिटिल दुनिया पर पुलिस ने बढ़ाया पहरा
  • 2024 में 11 लोगों के खाते से उड़ाए गए 6,44,516 रुपये पुलिस करा चुकी है वापस
  • ठगों के खातों पर कर रही प्रहार, जागरुकता ही साइबर अपराध से बचाव का हथियार
  • पैसे वापस पाकर खिल जा रहा लोगों का चेहरा, डिटिल दुनिया पर पुलिस ने बढ़ाया पहरा

 

चंदौली। साइबर हेल्पलाइन 1930 कारगर साबित हो रही है। इसके जरिये त्वरित शिकायत पर पुलिस एक्शन ले रही। इससे साइबर ठगों का खेल बिगड़ जा रहा। पुलिस ने भुक्तभोगी के खाते से उड़ाए गए 34,990 रुपये वापस कराए। वहीं इस साल तीन माह में 11 लोगों के 6,44,516 रुपये वापस करा चुकी है।

 

तकनीकि युग में फ्राड करने वाले तरह- तरह के तरीके अपनाते हुए लोगो को मूर्ख बनाकर उनके खाते से पैसा निकाल रहे हैं। रामबचन पुत्र शिवप्रकाश निवासी ग्राम- मनीहरा पोस्ट-खडेहरा थाना सकलडीहा के बचत खाते से फ्राड ने यूपीआई के माध्यम से पैसा बिना उसकी जानकारी के निकाल लिया। पीड़ित ने 3 मार्च को इसकी शिकायत साइबर सेल में की। प्रभारी साइबर क्राइम मय टीम ने प्रयास कर प्रार्थी/पीडित रामबचन पुत्र शिवप्रकाश को कुल 34,990 रुपये वापस कराए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विगत कई वर्षों से पुलिस लगातार साइबर सुऱक्षा से सम्बन्धित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करके पूरे जनपदवासियों को साइबर फ्राड के प्रति जागरूक करती चली आ रही है। लगातार स्कूल, कॉलेज व ग्रामों मे गोष्ठी का आयोजन करके लोगों को वर्तमान समय में हो रहे  नये-नये तरीके के साइबर क्राइम व हेल्पलाइन नम्बरों की जानकारी लोगों को दी रही है।

 

रहें सावधान

अनाधिकृत ग्राहक सेवा अधिकारी के फोन कॉल से बचना- किसी भी अनजान फोन कॉल को उठाने से बचना चाहिए। किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत बैंकिग,पासवर्ड या ओटीपी से सम्बन्धित जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति से सांझा न करें। कोई भी बैंक या संस्था फोन कॉल के माध्यम से कोई ओटीपी या अन्य जानकारी नही मांगता है।

 

ईमेल सुरक्षा

ईमेल आज व्यवसायों के लिए सबसे महत्वपूर्ण संचार उपकरणों में से एक है। हालांकि, यह फ़िशिंग, रैंसमवेयर, मैलवेयर सहित कई प्रकार के साइबर अपराध के लिए प्रवेश बिंदु भी है। इसलिए, आपको दुर्भावनापूर्ण ईमेल हमलों से बचने के लिए ईमेल सुरक्षा प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है। ईमेल सुरक्षा प्रशिक्षण से आपको असुरक्षित लिंक और अटैचमेंट के प्रति सचेत रहने में मदद मिलेगी।

 

ब्राउजर सुरक्षा

वेब ब्राउजर हैकर्स के लिए बडा टारगेट हैं क्योंकि वे इंटरनेट के प्रवेश द्वार हैं। किसी भी अनजान लिंक को खोलने से बचना चाहिए । हैंकर आपको नौकरी,इनाम,गेम खेलकर पैसे जीतने,या लकी नाम के आधार पर पैसे देने के लिए लिंक शेयर करके फ्राड किया जा सकता है। ऑनलाइन देखी जाने वाली सभी वेबसाइटें सुरक्षित नहीं हैं।

 

पासवर्ड सुरक्षा

प्रत्येक नेट बैंकिग यूजर,गूगल पे,फोन पे या किसी भी प्रकार के आनलाइन फड ट्रान्सफर करने वाले एप्प के पासवर्ड समय समय से परिवर्तित करते रहना चाहिए। एक पासवर्ड के लंम्बे समय तक नही प्रयोग करना चाहिए। और किसी भी अनजान या अविश्वसनीय व्यक्ति से पासवर्ड साझा करने से बचने चाहिए।

 

अनाधिकृत/अनजान एप को डॉउनलोड न करना

किसी भी अनजान एप्प को डॉउनलोड करना से बचना चाहिए। आपके संगठन की जानकारी सबसे बेशकीमती संपत्ति है। इसलिए इसकी गोपनीयता, अखंडता और उपलब्धता की रक्षा करना हर किसी की जिम्मेदारी होनी चाहिए। संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रूप से संभालने, साझा करने, संग्रहीत करने और निपटान करने के बारे में अपने आपको प्रशिक्षित करें।

 

सुन लीजिए पुलिस की अपील

यदि किसी भी व्यक्ति के साथ जानकारी के अभाव में किसी भी प्रकार साइबर फ्राड हो जाता है तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर – 1930 (पहले 155260) – 24*7 को डॉयल कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं, फिर साइबर थाने आकर लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र देकर शिकायत पजीकृत करा सकते हैं। उपरोक्त जानकारी को अपने परिजनों /पहचान के सभी व्यक्तियों से सांझा करें।

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