fbpx
क्राइमचंदौली

Chandauli News : चंदौली में छप रहे थे नकली नोट, एक बार में चार नोटों की छपाई, गिरोह पकड़ाया, पुलिस के रडार पर और कई

चंदौली, जाली मुद्रा के साथ एक गिरफ्तार, जाली नोटों का कारोबार
  • 3.75 लाख की नकली करेंसी के साथ तस्कर गिरफ्तार  आधुनिक प्रिंटर व नोट छापने वाले उपकरण बरामद जिले में नोट छापकर बाहर सप्लाई करने की थी योजना  दो अभियुक्तों को पहले ही पकड़ चुकी है चंदौली पुलिस
  • 3.75 लाख की नकली करेंसी के साथ तस्कर गिरफ्तार 
  • आधुनिक प्रिंटर व नोट छापने वाले उपकरण बरामद
  • जिले में नोट छापकर बाहर सप्लाई करने की थी योजना 
  • दो अभियुक्तों को पहले ही पकड़ चुकी है चंदौली पुलिस

 

चंदौली। जिले में नकली नोटों की छपाई व सप्लाई का धंधा चल रहा था। पुलिस ने नोटों के एक सौदागर को 3.75 लाख रुपये की नकली करेंसी के साथ गुरुवार को नगवां चोचकपुर पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से नोट छापने वाला अत्याधुनिक प्रिंटर और अन्य उपकरण भी बरामद किए गए। आरोपित से पूछताछ में पुलिस को नकली नोट की सप्लाई के नेक्सस का पता चला है। ऐसे में पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने में पुलिस जुट गई है। अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह ने गिरफ्तारी व बरामदगी के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। धानापुर एसओ प्रशांत सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि नगवां चोचकपुर पुल के समीप नकली नोटों की तस्करी करने वाला तस्कर मौजूद है। उसके पास जाली करेंसी के साथ नोट छापने वाली मशीन भी है। इस पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर तस्कर को धर-दबोचा। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम गोपाल पाण्डेय पुत्र अवधेश पाण्डेय निवासी भलुवाही थाना बघैला जनपद रोहतास बिहार बताया। उसकी तलाशी ली गयी तथा गत्ते को देखा गया तो वह एक प्रिन्टर का डब्बा था जिसे खोलकर देखा गया तो उसमें एक प्रिन्टर EPSON कम्पनी का व अलग अलग रंग के इंक व केबल मिले तथा तीन अदद मुद्रा छापने वाला पेपर व विभिन्न सीरियल नं0 के 3 लाख 75 हजार रुपये की जाली भारतीय मुद्रा (100 रुपये के 1700 जाली नोट तथा 500 रुपये के 410 जाली नोट) मिले।

कोरोना में नौकरी गई तो छापने लगे नकली नोट

आरोपित ने बताया कि वह और उसका भाई अहमदाबाद में कम्प्यूटर प्रिन्टिंग के माध्यम से साड़ी व कपड़े प्रिन्ट व डिजाईन का कार्य करते थे। कोरोना काल में लाकडाऊन की वजह से फैक्ट्री बन्द हो गयी तो घर आ गये, परिवार के पालन पोषण में समस्या होने लगी आर्थिक तंगी के कारण मन में खयाल आया कि क्यों न भारतीय जाली मुद्रा प्रिंटिंग मशीन से छापने का कार्य करें। यूट्यूब आदि संसाधनों से जानकारी इकठ्ठा करते करते भारतीय जाली मुद्रा की छपाई का कार्य शुरू कर दिए। बताया कि भारतीय जाली मुद्रा की छपाई के कार्य मे उच्च कोटी का पेपर इस्तेमाल किया जाता है जो A4 साइज का होता है जो काले रंग का लिफाफा जिसपर JK Excel Bond 80 GSM लिखा है। इसी कागज जाली रुपये के छपाई मे हम लोग उपयोग करते हैं। जो प्रिंटर मशीन मेरे पास बरामद हुई है। इससे ही नोटों की छपाई करते हैं।

एक बार में छपते थे चार नोट

एक बार में चार नोटों को एक साथ A4 साइज पेपर पर स्कैन कर प्रिंट किया जाता है फिर बहुत ही बारीकी व व्यवस्थित तरीके से उसी A4 साइज पेपर पर दूसरे तरफ चारों नोटों को स्कैन कर प्रिंट कर दिया जाता है। उसके बाद कटर व कैंची आदि उपकरणो के माध्यम से एक पेपर में चार नोट काटकर तैयार कर लिया जाता है। जो चमकीले हरे रंग का सेलो टेप जाली करेन्सी नोट के बीच में मिला, कैंची से छोटे छोटे टुकड़े काटकर तार के जगह पर चस्पा कर दिया जाता है, जिससे नोट असली लगने लगते हैं और उसके बाद सभी नोटों की गड्डी बना लिया जाता है।

चंदौली में कई ग्राहक

आरोपित ने बताया कि जिले में उनके कई ग्राहक थे। पुलिस ने कुछ दिन पहले अमरेश पाठक पुत्र शिवमूरत पाठक ग्राम बथावर थाना सकलडीहा जनपद चन्दौली व अरविन्द यादव पुत्र महेन्द्र यादव जो ग्राम कैलावर थाना बलुआ के पास से जाली नोट बरामद किया था। दोनों जेल में हैं। आरोपित उनसे बीस हजार असली रुपये लेते थे और एक लाख के जाली नोट दे देते थे। जब से वे जेल गए तब से आरोपित और उसका भाई बहुत सतर्क हो गए थे। बताया कि स्थिति सामान्य होने पर मेरे भाई गोकुल पाण्डेय ने चन्दौली में ही कहीं रूम की बात किया था जहां हम लोग रूम लेकर प्रिन्टर मशीन लगाकर छपाई करने वाले थे। मेरा भाई दूसरी गाड़ी से हमारे पास आ रहा है जिसके पास जाली नोट छपाई के अन्य उपकरण है, पूर्व में भी वर्ष 2022 में मैं और मेरा भाई गोकुल थाना बलुआ से जेल जा चुके हैं परन्तु अच्छी कमाई हो जाने के कारण जेल से छूटने के बाद फिर हम दोनों भाईयो ने इस कार्य को प्रारम्भ कर दिया। इस वर्ष भी हमारे गैंग का एक सदस्य अमरेश पाठक व अरविन्द यादव थाना धानापुर से जेल चला गया। इसलिए प्लान बनाया कि चन्दौली में ही पैसे छपाई का काम किया जाएगा तथा अन्य जगहों पर सप्लाई करेंगे। ताकि किसी को आभास न हो सके।

आरोपित पर पहले से कई मुकदमे

पकड़े गए गोपाल पाण्डेय के खिलाफ धानापुर, बलुआ व सैयदराजा थाना में पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। वहीं पुलिस के आपराधिक इतिहास के बारे में और जानकारी जुटा रही है। आरोपित की गिरफ्तारी में धानापुर पुलिस के साथ ही स्वाट व सर्विलांस टीम ने भी अहम रोल अदा किया।

Back to top button