
चंदौली। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण एवं कन्वर्जेन्स समिति की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान पोषण ट्रैकर एप पर कम डेटा फीडिंग पर डीएम ने नाराजगी जताई। साथ ही अफसरों को तेजी लाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने पोषण रैंकिंग को बेहतर करने और कुपोषण को जड़ से समाप्त करने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से सैम और मैम श्रेणी के कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) में भर्ती कराने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को तीन माह के भीतर सामान्य पोषण स्थिति में लाने के लिए निरंतर इलाज, देखभाल और निगरानी की आवश्यकता है। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं और बच्चों के नियमित टीकाकरण और स्वास्थ्य परीक्षण पर भी ज़ोर दिया गया।
बैठक में डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्रों की सक्रियता, नियमित निगरानी और पोषण पोटली के समयबद्ध वितरण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पोषण ट्रैकर ऐप पर एफआरएस (चेहरा पहचान प्रणाली) की फीडिंग और दक्षता मापन के आंकड़े कम पाए गए हैं, जो चिंताजनक है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में कड़ी फटकार लगाई और सुधार के स्पष्ट निर्देश दिए। डीएम ने बीएचएनडी सत्र की प्रगति की समीक्षा करते हुए ई-कवच सर्वे और फीडिंग की गति बढ़ाने पर भी बल दिया। साथ ही, हॉट कुक्ड मील का समय से वितरण सुनिश्चित करने को कहा।
बैठक में नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण, विद्यालयों में लर्निंग लैब की प्रगति, और सभी योजनाओं के पारदर्शी लाभ वितरण को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए गए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं, सीएमओ डॉ. वाई के राय, जिला विकास अधिकारी, जिला बाल विकास पुष्टाहार अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, डीसी एनआरएलएम, खंड विकास अधिकारी, और सभी सीडीपीओ मौजूद रहे।