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Chandauli News : पिछले साल की तुलना में इस बार धान धरीद में जिला आगे, किसानों को पांच करोड़ से अधिक भुगतान, जानिये धान खरीद की स्थिति

चंदौली। धान खरीद के मामले में पिछले साल की तुलना में इस बार जिला आगे चल रहा है। अब तक 54321 कुंतल से अधिक से अधिक अनाज की खरीद हो चुकी है। पिछले साल यह आंकड़ा 53915 कुंतल था। विभाग का दावा है कि 128 के लक्ष्य के सापेक्ष 138 क्रय केंद्र खोले दिए गए हैं। इस बार 2.50 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

 

26744 ने कराया पंजीकरण, 704 किसानों से खरीदी गई उपज

सरकारी क्रय केंद्रों पर धान बेचने के लिए अब तक 26744 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इसमें 18167 किसानों के पंजीकरण का सत्यापन हो चुका है। वहीं 704 किसानों से 54321 टन अनाज खरीदा जा चुका है। इन किसानों को 10.09 करोड़ भुगतान करना था। इसमें 5.32 करोड़ रुपये काश्तकारों के खाते में पहुंच चुके हैं। पिछली बार 3.20 करोड़ रुपये ही भुगतान हुआ था। पिछले साल की तुलना में इस बार दस गुना अधिक यानी 7104 कुंतल चावल एफसीआई को भेजा जा चुका है।

 

खरीद से बाहर हुईं निजी एजेंसियां

निजी एजेंसियों को इस बार धान खरीद में शामिल नहीं किया गया है। इस बार सिर्फ खाद्य व विपणन विभाग व सहकारी समितियों में क्रय केंद्र बनाए गए हैं। दरअसल, धान खरीद के बाद किसानों के भुगतान में विलंब और अन्य प्रकार की गड़बड़ियों की वजह से शासन ने इस बार निजी एजेंसियों को धान खरीद से दूर रखा। इससे उम्मीद है कि धान खरीद की प्रक्रिया पारदर्शी रहेगी। विभागीय अधिकारी व प्रशासन भी किसानों से पारदर्शी औव सुचारू तरीके से अनाज खरीद का दावा कर रहा। हालांकि अभी चुनौती बाकी है। दिसंबर के मध्य तक फसल तैयार होगी तो क्रय केंद्रों पर अचानक दबाव बढ़ेगा।

 

27 चावल मिलों को सेंटरों से किया संबद्ध

27 मिलों को धान दराई के लिए 129 सेंटरों से संबद्ध किया गया है। केंद्रों पर किसानों से खरीदा गया धान मिलों में पहुंच रहा। यहां से दराई कराकर एफसीआई को भेजा जा रहा। इसके बाद किसानों के खाते में पैसा आ रहा है। क्रय केंद्रों से अनाज के नियमित उठान पर प्रशासन की नजर है, क्योंकि अनाज डंप हुआ तो इसका असर किसानों को भुगतान पर पड़ेगा। जिला खाद्य विपणन अधिकारी सौरभ कुमार यादव ने बताया कि धान खरीद की प्रक्रिया सुचारू है। पिछले साल की तुलना इस बार धान खरीद आगे है। किसानों को समय से धनराशि के भुगतान पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

 

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