
चंदौली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सूर्यमुनी तिवारी ने समाजवादी पार्टी और उसके नेताओं पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि देश की सेना और सनातन धर्म पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियाँ राष्ट्र की आत्मा पर सीधा आघात हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा नेताओं की सोच न केवल राष्ट्रविरोधी है, बल्कि सनातन संस्कृति के प्रति भी अपमानजनक दृष्टिकोण रखती है।
भाजपा नेता का यह बयान सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सांसद वीरेंद्र सिंह के हालिया विवादित बयानों के बाद आया है। उन्होंने कहा, “जब-जब सेना के शौर्य पर प्रश्नचिह्न लगाए गए हैं, जब-जब सनातन धर्म की मर्यादा को लांघने का दुस्साहस किया गया है, तब-तब यह स्पष्ट हुआ है कि कुछ लोगों की नीति और नीयत दोनों ही दूषित हैं।”
भाजपा नेता ने कहा कि समाजवादी पार्टी का इतिहास हिन्दू विरोधी मानसिकता से भरा रहा है और अब यह खुलकर सामने आ रहा है। उन्होंने कहा, “इनके बयानों में न राष्ट्रभक्ति की झलक मिलती है और न ही धर्म के प्रति श्रद्धा दिखाई देती है। यह मात्र राजनीतिक बयानबाजी नहीं, बल्कि राष्ट्र की चेतना पर हमला है।”
सूर्यमुनी तिवारी ने उत्तर प्रदेश की जनता से अपील की कि वे इन विचारों को नकारें और ऐसे दलों को जवाब दें जो भारत की परंपराओं और सेना के गौरव को नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले विधानसभा चुनावों में जनता भाजपा को एक बार फिर प्रचंड बहुमत देगी। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ चुनाव नहीं, एक सांस्कृतिक चेतना की विजय होगी। यह फैसला सत्ता का नहीं, सनातन मूल्यों और राष्ट्रगौरव का होगा।”