- ओडिशा से गांजा की खेप लेकर वाराणसी जा रहे थे तस्कर दो कारों में बंडल बनाकर रखा गया था गांजा, पुलिस को वाहन चेकिंग के दौरान मिली सफलता वाराणसी में मुंहमांगे दाम में बिकता है बिहार, ओडिशा से खरीदा गया सस्ता गांजा तस्करों को होता है अच्छा मुनाफा, काफी दिनों से चल रहा था तस्करी का धंधा
- ओडिशा से गांजा की खेप लेकर वाराणसी जा रहे थे तस्कर
- दो कारों में बंडल बनाकर रखा गया था गांजा, पुलिस को वाहन चेकिंग के दौरान मिली सफलता
- वाराणसी में मुंहमांगे दाम में बिकता है बिहार, ओडिशा से खरीदा गया सस्ता गांजा
- तस्करों को होता है अच्छा मुनाफा, काफी दिनों से चल रहा था तस्करी का धंधा
चंदौली। बबुरी पुलिस और एसओजी टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 16 लाख का गांजा पकड़ा। वहीं चार तस्करों को भी गिरफ्तार कर लिया। तस्कर ओडिशा से गांजा की खेप लेकर वाराणसी जा रहे थे। चेकिंग के दौरान पुलिस दो कारों से गांजा का बंडल बरामद किया। पुलिस गांजा जब्त करने के साथ ही तस्करों को थाने लाकर विधिक कार्रवाई में जुटी रही।
बबुरी पुलिस और एसओजी टीम संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं की चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान चकिया की तरफ से दो कारें आती दिखीं। संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस ने रोककर कारों की तलाशी ली। इस दौरान दोनों कारों की डिक्की से 60 बंडल गांजा बरामद हुआ। तस्करों ने खाकी रंग के प्लास्टिक में गांजा का बंडल बना रखा था। पुलिस ने 62.620 किलोग्राम गांजा बरामद किया। इसकी कीमत लगभग 16 लाख रुपये आंकी गई है।
इस पर पुलिस ने कार में सवार ओडिशा के झारसुगड़ा जिले के रेंगाली थाना के कनकपुरा निवासी दीपक सिंह पुत्र प्रमोद सिंह, बलिया जिले के भीमपुरा थाना के रुपवार गांव निवासी नमो नरायन सिंह पुत्र घूरा सिंह, मिर्जापुर जिले के चुनार थाना के मोहम्मदपुर कैलहट निवासी सिंटू मौर्या और छत्तीसगढ़ के विलेगा जिले के भटगांव थाना के खुजरीपाली निवासी जगत चौहान को गिरफ्तार कर लिया।
तस्करों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि ओडिशा और बिहार से सस्ते दाम पर गांजा खरीदकर बनारस ले जाकर ऊंचे दामों पर बेचते हैं। वाराणसी में उन्हें गांजा की अच्छी कीमत मिलती है। इससे काफी फायदा होता है। जो मुनाफा होता है, उसे आपस में बराबर बांट लेते हैं। तस्करी का यह धंधा पिछले काफी दिनों से चल रहा था।
पुलिस टीम में बबुरी एसओ बिन्देश्वर प्रसाद पाण्डेय, एसआई गुलाम हुसैन, अवधेश नारायन, संजीत सिंह, बलवीर सिंह, कांस्टेबल प्रेमचन्द दुबे, अजीत चौहान के साथ ही एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक आशीष मिश्रा, हेडकांस्टेबल विजेन्द्र कुमार सिंह, अरविन्द भारद्वाज, राणा प्रताप सिंह, आनन्द सिंह, राजेश यादव, कांस्टेबल अजीत कुमार सिंह, मनोज कुमार, संदीप कुमार, नीरज मिश्रा और गणेश तिवारी शामिल रहे।