fbpx
ख़बरेंचंदौली

Chandauli News : कृषि और उद्योग विभाग की टीम ने औद्योगिक इकाइयों में की छापेमारी, यूरिया की कालाबाजारी की जांच की, लिए सैंपल

चंदौली। शासन के निर्देश पर औद्योगिक इकाइयों में अनुदानित यूरिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इस क्रम में जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव और उपायुक्त उद्योग सिद्धार्थ यादव की संयुक्त टीम ने औद्योगिक इकाइयों और गोदामों पर छापेमारी की। इस दौरान दो सैंपल लिए। साथ ही संचालकों को सख्त हिदायत दी।

जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे के आदेश पर गठित इस टीम ने कैटल फीड, कुक्कुट फीड, साबुन, पेंट, बार्निस, मुद्रण स्याही, लिबास चादरें, प्लाईवुड, लेमिन बोर्ड और पार्टीकल बोर्ड जैसे उत्पाद बनाने वाली 5 औद्योगिक इकाइयों का औचक निरीक्षण किया। छापेमारी के दौरान टेक्निकल ग्रेड यूरिया के 2 नमूने जांच के लिए सग्रहित किए गए। जांच में किसी भी औद्योगिक इकाई में अनुदानित यूरिया के उपयोग का मामला सामने नहीं आया। हालांकि, जिला कृषि अधिकारी ने सख्त हिदायत दी है कि औद्योगिक संस्थाएं अनुदानित यूरिया का उपयोग न करें। यदि भविष्य में किसी निरीक्षण या जांच में अनुदानित यूरिया का उपयोग पाया गया, तो उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 की सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

 

जिला कृषि अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि अवैध रूप से उर्वरकों की कालाबाजारी करने वाले बिक्रेताओं पर प्रशासन का अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि जिले में सभी प्रकार के उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं और किसी क्षेत्र में उर्वरक की कमी नहीं है। इस छापेमारी में जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक डॉ. पूजा त्रिपाठी, और उपायुक्त उद्योग सिद्धार्थ यादव ने नेतृत्व किया। प्रशासन ने औद्योगिक इकाइयों के प्रोपराइटरों को निर्देश दिया कि वे अनुदानित यूरिया के उपयोग से बचें और नियमों का पालन करें।

Back to top button