
चंदौली। उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री संजीव गोंड ने बुधवार को बाढ़ राहत तैयारियों को लेकर पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से बाढ़ राहत शिविरों और बाढ़ प्रबंधन के बाबत जानकारी ली। साथ ही निर्देशित किया कि राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, बिजली आदि की व्यवस्था मुकम्मल रहे। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने मंत्री को जनपद में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति, फसल नुकसान, मकान क्षति, राहत सामग्री की व्यवस्था, बाढ़ चौकियों की सक्रियता, नाव और नाविकों की उपलब्धता सहित संपूर्ण तैयारी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में 41 राहत शिविर संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें भोजन, पेयजल, बिजली, पंखा, चिकित्सा सुविधा एवं साफ-सफाई की संपूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। विशेष रूप से बच्चों (10 वर्ष से कम) और बुजुर्गों (60 वर्ष से अधिक) के लिए पौष्टिक आहार के साथ दूध की व्यवस्था की गई है। साथ ही, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पालतू पशुओं के लिए भी चारा, पानी और चिकित्सकों की व्यवस्था की गई है।
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी राहत शिविरों में समय पर भोजन, पानी, चिकित्सा और साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिकायत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिविरों में पर्याप्त रोशनी और वेंटिलेशन भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन किसानों की फसलें बाढ़ में बर्बाद हुई हैं और जिनके कच्चे मकान ढह गए हैं, उन्हें चिह्नित कर मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप मुआवजा व प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के घरों का लाभ प्राथमिकता पर दिया जाए। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी रतन वर्मा, एसडीएम अनुपम मिश्रा, सीएमओ डॉ. वाईके राय, डीएसओ मनीष विक्रम, डीआरडीए निदेशक बीबी सिंह, बीएसए सचिन कुमार सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।