
चंदौली। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत राजकीय बीज गोदाम, शहाबगंज में हुए वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष काशी नाथ सिंह और विधायक कैलाश आचार्य एक विवाद में घिर गए हैं। कार्यक्रम के दौरान दोनों जनप्रतिनिधि तिरंगे के रंगों से बने घेरे पर जूते पहनकर खड़े नजर आए। यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर पर लोगों ने सवाल उठा रहे हैं।
भले ही तिरंगे रंग का उपयोग सजावटी उद्देश्य से किया गया हो सकता है, लेकिन उसे जमीन पर बिछाना और उस पर जूते पहनकर खड़ा होना न केवल असंवेदनशीलता, बल्कि शालीनता और राष्ट्र प्रतीकों के सम्मान के खिलाफ भी माना जा रहा है।
कानून क्या कहता है
भारत सरकार द्वारा लागू ‘राष्ट्रीय सम्मान अपमान निवारण अधिनियम 1971’ और ‘भारतीय ध्वज संहिता 2002’ के तहत राष्ट्रीय ध्वज या उसके रंगों के अनुचित प्रयोग पर स्पष्ट रोक है। ऐसे मामलों में सजावटी उपयोग भी नियमों के उल्लंघन की श्रेणी में आता है, खासकर जब प्रतीकों को जमीन पर रखा जाए।