
Chandauli News: ग्राम पंचायत भभौरा में खाद्य रसद विभाग और विकासखंड चकिया के अधिकारियों पर फर्जी तरीके से राशन की दुकान आवंटन करने का गंभीर आरोप लगा है। शिकायतकर्ता ओमप्रकाश (निवासी-भभौरा) ने उप जिलाधिकारी चकिया को पत्र देकर अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
क्या है मामला
करीब 10 माह पूर्व प्राथमिक विद्यालय भभौरा में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन हेतु ग्राम सभा की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी (समाज कल्याण) अनुराग शुक्ला, खंड शिक्षा अधिकारी रामटहल, चौकी प्रभारी तथा भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मतदान कराया गया।
मतदान में अमरनाथ पुत्र श्रीराम यादव को 227 वोट और रिंकू पत्नी सुरेश को मात्र 75 वोट मिले। नतीजतन अमरनाथ आधिकारिक रूप से विजयी घोषित हुए और उनके नाम से हस्ताक्षरित दस्तावेज भी तैयार किए गए।
शिकायत क्या है
शिकायतकर्ता का आरोप है कि अमरनाथ ने कागजी कार्रवाई में हेरफेर कर अधिकारियों की मिलीभगत से दुकान अपने भतीजे टिंकल यादव पुत्र मुन्नू यादव के नाम पर आवंटित करा ली। जबकि न तो टिंकल ने चुनाव लड़ा और न ही उसके नाम कोई प्रमाण उपलब्ध है।
इस मामले में शिकायत मिलने पर उप जिलाधिकारी चकिया ने जांच कमेटी गठित की और आख्या रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट में साफ तौर पर उल्लेख है कि 227 वोट पाकर अमरनाथ विजयी घोषित किए गए थे। इसके बावजूद खाद्य रसद विभाग के निरीक्षक ने अब तक दुकान को निलंबित नहीं किया है। ग्रामीणों का कहना है कि खाद्य रसद विभाग के अधिकारियों ने एसडीएम के आदेश की भी अनदेखी की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।