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राजनीतिराज्य/जिलावाराणसी

कांग्रेस महानगर अध्यक्ष, छात्रसंघ महामंत्री सहित नौ के खिलाफ मुकदमा

वाराणसी। प्रदेश की सियासत में इस समय तू डाल-डाल तो मैं पात-पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। इसकी नजीर वाराणसी में बखूबी देखने को मिल रही है। शनिवार को हाथरस कांड के विरेाध में कांग्रेसियों ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के काफिले को रोककर विरोध प्रदर्शन किया था तो उसके ठीक दूसरे दिन रविवार को कैंट थाने में पुलिसकर्मियों के साथ दुव्र्यवहार और कोरोना नियमों के उल्लंघन के आरोप में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष, विद्यापीठ छात्रसंघ के महामंत्री समेत नौ नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई से प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र की राजनीति में भूचाल आया हुआ है।
शनिवार को कांग्रेस नेता मयंक चाौबे, मनीष चाौबे, हरीश मिश्रा सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने विकास भवन के आगे केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के काफिले को रोककर प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने उन्हें काला कपड़ा और चूड़ी भी दिखाई थी। उग्र कांग्रेसियों को संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। इस दौरान कांग्रेस के कई नेताओं ने मास्क तक नहीं लगाया था। एक महिला प्रदर्शनकारी जो केंद्रीय मंत्री के पास पहुंची थी उसने भी मास्क नहीं लगाया था। पुलिस इस मामले को कोरोनाकाल में नियमों की अनदेखी मानते हुए कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मयंक चाौबे, सचिव मनीष चाौबे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ महामंत्री रिषभ पांडेय, प्रिंस राय, दिलीप सोनकर, रोहित चाौरसिया, किशन यादव, विश्वनाथ कुंवर व 10 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई से कांग्रेसियों में जहां आक्रोश है वहीं सपा कार्यकर्ताओं के प्रति पुलिस की नरमी आम लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है। कारण केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के सामने कांग्रेसियों से पहले सपा की महिला कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। उन्होंने भी मंत्री के सामने चूड़ी लहराई थी।

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