
चंदौली। मानव उत्थान सेवा समिति शाखा आश्रम रविनगर की ओर से सोमवार को पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में माता राजराजेश्वरी देवी की जयंती मनाई गई। इस दौरान मानव धर्म के प्रणेता सद्गुरु देव सतपाल जी महाराज की शिष्या साध्वी सौम्या बाई, महात्मा संत विचारानंद व महात्मा रंजनानंद ने मरीजों में फल का वितरण किया।
महात्मा रंजनानंद ने कहा कि नारी समाज के लिए माता राजराजेश्वरी वरदान हो गईं। भारतीय व पाश्चात्य नारी को उन्होंने अध्यात्म की शक्ति से अबला से सबला बनाने, अपने बच्चों को सुयोग्य नागरिक बनाने व सदाचार की कमाई के लिए पति पर दबाव बनाकर भ्रष्टाचार मिटाने की प्रेरणा दी। एक महिला ने जब विदेश में उनसे पूछा कि मां आपका चेहरा इतना चकम से दीप्तमान कैसे रहता है, तब उन्होंने कहा कि हमारे साथ रहो तो तुम्हारा भी चेहरा भी इसी प्रकार चमकने लगेगा। महात्मा ने कहा कि गूढ़ रहस्यों को मातृत्व प्रेम से लोरी की तरह अपनी अमृतवाणी में समझाया, वह उनकी अनूठी मातृशक्ति का ही दिव्य दर्शन था जिससे अभिभूत होकर भारत के कोने कोने में ही नहीं बल्कि अनेक देशों में वहां के भक्तों ने उन्हें जगत माता, जगत जननी मां व मदर आफ यूनिवर्स कहकर पुकारा। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक भूपेंद्र द्विवेदी, इंजीनियर एसपी यादव, वीरेंद्र प्रताप सिंह दाढ़ी एडवोकेट, श्याम किशोर, चंदन देवी, सावित्री देवी, शोभा देवी, विमला, कविता रानी आदि उपस्थित रहे।