
चंदौली। कोतवाली क्षेत्र के फत्तेपुर कला गांव में मंगलवार को जमीनी विवाद के दौरान हुई गोलीबारी में घायल दरोगा यादव की वाराणसी ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। दरोगा सोहदवार गांव का रहने वाला था साथ ही सैयदराजा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी था।
फत्तेपुर कला गांव में पट्टीदारों के बीच जमीन बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। सोहदवार के दरोगा यादव और रमेश यादव भी रिश्तेदार होने के चलते दोनों पक्षों के बीच होने वाली पंचायत में गए थे। लेकिन विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में आकर सेना से रिटायर्ड मुकेश यादव ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में दरोगा यादव, रमेश यादव (सोहदवार) और अंशु यादव (फत्तेपुर कला) गंभीर रूप से घायल हो गए।
तीनों घायलों को पहले जिला अस्पताल और फिर वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया था। इलाज के दौरान दरोगा यादव ने दम तोड़ दिया, जबकि बाकी दो की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
फायरिंग के बाद आरोपी मुकेश यादव मौके से फरार होने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे असलहे सहित गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच में जुटी हुई है और दरोगा यादव के आपराधिक इतिहास को भी खंगाला जा रहा है।