
चंदौली। अलीनगर कस्बे में दिनदहाड़े डेयरी व्यवसायी अनिल कुमार के साथ कथित लूट की घटना ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। चार घंटे की गहन छानबीन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लूट की पुष्टि नहीं हो सकी है।
घटना के बाद पीड़ित अनिल कुमार ने दावा किया था कि बैंक से दो लाख रुपये निकालने के बाद बुलेट सवार दो बदमाशों ने उन्हें असलहे की नोक पर रोका और तमंचे की बट से मारकर लूट को अंजाम दिया। लेकिन पुलिस को न तो असलहे से हमले के निशान मिले, न ही किसी तरह की लूट के स्पष्ट सबूत। एएसपी अनंत चंद्रशेखर ने स्वयं मौके पर पहुंचकर जांच की। उन्होंने बताया कि कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए हैं, जिनमें मारपीट की पुष्टि तो होती है, लेकिन लूट और असलहे का कोई प्रमाण नहीं मिला है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अनिल कुमार को चेहरे पर जूते से मारा गया था, न कि असलहे से। वहीं, घटनास्थल से लौटने के बाद अनिल का अपनी डेयरी पर जाकर कर्मचारी को जेब से पैसे देना भी कैमरे में कैद हुआ है। कर्मचारियों ने भी पुष्टि की है कि अनिल ने पैसे उन्हें दिए और वे सुरक्षित घर पहुंचा दिए गए।
भुक्तभोगी के बयान में विरोधाभास
एएसपी के अनुसार, अनिल कुमार बार-बार अपना बयान बदल रहे हैं, जिससे घटना पर संदेह और गहरा गया है। पुलिस फिलहाल हर पहलू से जांच कर रही है और जल्द ही पूरे मामले का आधिकारिक खुलासा किए जाने की बात कही है।