
चंदौली। सफाईकर्मियों पर आरोप पहले से ही लगते रहे हैं कि ये अपना मूल काम छोड़ अधिकारियों की निजी सेवा में लगे रहते हैं। जिले में भी दर्जनों की संख्या में सफाई कर्मचारी अधिकारियों के बंगलों पर तैनात हैं। जबकि शासन ने सख्त फरमान भी जारी किया था कि सफाईकर्मियों को उनके मूल तैनाती स्थलों पर भेजा जाए। लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी इतनी जुर्रत नहीं कर सके कि आलाधिकारियों की सेवा में लगे सफाईकर्मियों को हटा सकें। बहरहाल सोशल मीडिया पर एक आडिया वायरल हो रहा है जो काफी चर्चा में है। इसे एक पत्रकार और सफाईकर्मी के बीच की बातचीत होने का दावा किया जा रहा है। दरअसल बहोरीपुर में तैनात सफाईकर्मी संजय जब अपने काम पर नहीं पहुंचा तब एक पत्रकार ने उसे फोन कर अनुपस्थिति रहने का कारण पूछा। उसका जबाव ही व्यवस्था का सवाल खड़े कर रहा है। सफाईकर्मी ने बताया कि उसे आने में देर इसलिए हो रही है क्योंकि वह डीपीआरओ साहब के आवास पर उनका बाल काटने चला गया था।
डीपीआरओ ने आरोपों को निराधार बताया
जिला पंचायत राज अधिकारी ब्रह्मचारी दुबे ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि कोई सफाईकर्मी उनका बाल काटने नहीं आया था। जिले के कुछ लोग अपना निजी स्वार्थ निकालना चाहते हैं और उनके पीछे पड़े हैं। रणनीति के तहत ही इस तरह की भ्रमक बातें फैलाई जा रही हैं। अच्छे कामों को महत्व देने की बजाय कमियां ढूंढ रहे हैं। बकौल डीपीआरओ शासन की मंशा के अनुरूप अपना काम करूगां ऐसी बातों से फर्क नहीं पड़ता है।