fbpx
चंदौलीराजनीतिराज्य/जिला

पूर्वांचल में बाहुबलियों की जय-जय, एमएलसी चुनाव में दिखी हनक, खास को बना दिया माननीय

चंदौली। पूर्वांचल ने एमएलसी चुनाव में बाहुबलियों की हनक देखी। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सत्ता का संरक्षण भी मिला, जिससे बाहुबलियों की बादशाहत बरकरार रही। चुनाव में कोई निर्विरोध जीत दर्ज करने में कामयाब रहा तो किसी ने जेल में रहने के बाद भी रसूख के चलते अपने करीबी को माननीय बना दिया।

वाराणसी सेंट्रल जेल में बंद बाहुबली बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने वाराणसी सीट पर निर्दल प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की। कहने को तो यह सीट बीजेपी का गढ़ है लेकिन भाजपा प्रत्याशी यहां तीसरे स्थान पर रहे। इस तरह लगातार तीसरी बार बृजेश और अन्नपूर्णा सिंह का इस सीट पर कब्जा बरकरार रहा। एक और बाहुबली विनीत सिंह मिर्जापुर-सोनभद्र सीट से पहले ही निर्विरोध एमएलसी चुने जा चुके हैं। बीजेपी से टिकट मिलने के बाद विनीत सिंह को चुनावी मैदान में कोई चुनौती नहीं दे सका। जौनपुर से बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह विधान सभा चुनाव में जीत दर्ज नहीं कर सके। लेकिन उनके करीबी बृजेश सिंह प्रिंसू लगातार दूसरी दफा विधान परिषद पहुंच गए। कई गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी रविशंकर सिंह पप्पू ने बीजेपी के समर्थन से बलिया सीट पर जीत दर्ज की तो विशाल सिंह चंचल गाजीपुर से चुनाव जीतने में सफल रहे।

अन्नपूर्णा सिंह ने पीएम और सीएम को दिया जीत का श्रेय
वाराणसी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी को हराकर जीत दर्ज करने वालीं अन्नपूर्णा सिंह ने जनता के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को अपनी जीत का श्रेय दिया। इस तरह उन्होंने संकेत दे दिया कि चुनाव में उन्हें कहीं ना कहीं सत्ता पक्ष का भी साथ मिला है। भाजपा प्रत्याशी डा. सुदामा पटेल पहले ही बीजेपी नेताओं पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगा चुके हैं।

Back to top button