चंदौली। पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए लुटेरी दुल्हन व उसकी गैंग को चंदौली-मंझवार रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। लुटेरी दुल्हन गैर प्रांत के युवकों को शादी का झांसा देकर अपना शिकार बनाते थे। उनके पैसे व गहने लेकर लापता हो जाते थे। 27 दिसंबर को इसी तरह का मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस सक्रिय हुई।
एएसपी विनय कुमार सिंह ने बताया कि संजय सिंह पुत्र गोपाल सिंह निवासी मई तहसील नदवई जिला भरतपुर (राजस्थान) की शादी नहीं हुई थी। उससे शादी के लिए कुछ लोगों ने वार्ता किया और चंदौली निवासी सोनू ने उसे बुलाया। प्रार्थी अपने भाई भूपेन्द्र व भाभी पूनम पत्नी सूरज के साथ चंदौली पहुंचा। सोनू ने उसकी शादी एक रेस्टोरेंट में कराई। 26 दिसंबर को संजय सिंह सुमन सोनकर को अपने साथ लेकर अपने गांव जा रहा था, तो रास्ते में सुमन ने प्रार्थी के 12 हजार रुपये से भरा बैग लेकर भाग गई। जब संजय ने सोनू को फोन किया तो पता चला कि उसके साथ शादी के नाम पर धोखाधडी हुई है। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। वहीं लुटेरी दुल्हन व उसकी गैंग का पर्दाफाश करने के लिए टीम गठित की गई। पुलिस वांछित अभियुक्तों की धर-पकड़ के लिए सकलडीहा तिराहा ओवरब्रिज के पास चेकिंग कर रही थी। वादी संजय सिंह ने आकर बताया कि मुकदमे में शामिल दुल्हन सुमन सोनकर व उसके साथी संजय राम व धर्मेन्द्र राम व अर्जुन राम चन्दौली रेलवे स्टेशन के बगल में हाईवे के किनारे पोखरे पर मंदिर के पास इक्ट्ठा हुए हैं और कहीं भागने की फिराक में वाहन का इन्तजार कर रहे हैं। उन पर निगरानी के लिए भाई भूपेंद्र सिंह व भाभी पूनम कुमारी को छोडकर आया हूं। इस पर पुलिस तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंची। पुलिस को देखकर आरोपितों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें धर-दबोचा। पुलिस ने लुटेरी दुल्हन गैंग में शामिल शहाबगंज कस्बा निवासी संजय राम, रामनगर के डोमरी निवासी सुमन सोनकर, गाजीपुर नंदगंज निवासी धर्मेन्द्र राम और चंदौली के झांसी निवासी अर्जुन राम को गिरफ्तार किया। उनके पास से 8400 रुपये बरामद किए गए।
सक्रिय है संगठित गिरोह
लुटेरी दुल्हन गैंग के गिरफ्तार सदस्यों ने पुलिस को बताया कि हमसभी षड़यंत्र रच कर पश्चिमी राजस्थान आदि स्थानों से आने वाले लोग, जिनकी शादी नहीं होती है उन सब को शादी कराने के नाम पर लड़कों व घर वालों में बात कर शादी कराने का लालच देते हैं। इसके बदले उनसे मोटी रकम ली जाती है। इसी लड़की से शादी करा दिया जाता है। लड़की की विदाई कर दी जाती है और रास्ते में से लड़की को छलपूर्वक उतार कर लड़केवालो को भगा दिया जाता है। उस पैसे को हम लोग आपस में बांट लेते हैं। बताया कि एक संगठित गिरोह बनाकर इसको अंजाम दिया जाता है।