fbpx
वाराणसी

Varanasi News : काशी में मौत का इंतजार कर रहे फ्रांस के माइकल, बोले- ‘मैं जिंदा लाश बन गया हूं’, जानें क्या है पूरा मामला

वाराणसी। धर्म की नगरी काशी में लोग जिंदगी ही नहीं मौत का भी इंतजार करते हैं। मोक्ष की चाह लेकर 20 दिन पहले फ्रांस के रहने वाले माइकल मैक्रोन पैन काशी आए थे। काशी में मौत की इच्छा उनकी पूरी नहीं हो रही है जिसके चलते वह काफी परेशान हैं। ऐसे में अब वह अपने देश वापस लौटना चाहते हैं।

दरअसल, फ्रांस के रहने वाले माइकल ने बताया कि करीब साल भर पहले उन्हें पता चला कि उनको स्टमक कैंसर हो गया है। कैंसर की जानकारी होने के बाद माइकल काफी उपचार कारण लेकिन लाभ नहीं मिला। माइकल ने अभी बताया कि एक दिन वे उपन्यास पढ़ रहे। उपन्यास के माध्यम से ही उन्हें काशी के मुमुक्षु भवन के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने अभी कहा कि उन्हें पता चला कि काशी में मौत हो जाने के बाद लोगों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन मरण के चक्कर से लोगों को मुक्ति मिल जाती है।

ऐसे में करीब 20 दिन पहले अपने परिवार को अलविदा बोलकर बीते 8 अक्टूबर को माइकल वाराणसी पहुंचे। माइकल द्वारा यह भी बताया गया कि विदेशी होने के चलते मुमुक्षु भवन में उन्हें कमरा नहीं मिला। कमरा नहीं मिलने के कारण वे एक गेस्ट हाउस में रहने के लिए रुके। गेस्ट हाउस में बीते 21 अक्टूबर को माइकल की तबीयत अचानक खराब हो गई उसके बाद चक्कर खाकर वह गिर गए। गेस्ट हाउस में तैनात लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। उसके बाद पुलिस द्वारा माइकल को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।

मंडलीय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती माइकल की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। बेड पर ही माइकल को शौच हो जा रहा है। माइकल द्वारा बताया गया कि काशी में मौत का इंतजार करते-करते वे एक जिंदा लाश बन गए हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता ने की मदद
वाराणसी के रहने वाले अमन नामक सामाजिक कार्यकर्ता को जानकारी मिली कि मंडलीय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में फ्रांस निवासी एक वृद्ध भर्ती हैं। उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है और वह बेड पर शौच कर दे रहे हैं।जानकारी मिलने के बाद अमन ने अस्पताल पहुंचकर माइकल की मदद किया। बेड की साफ सफाई करवाने के बाद माइकल द्वारा जिले के आला अधिकारियों से बातचीत कर माइकल के मदद की गुहार लगाई गई। अमन द्वारा बताया गया कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों द्वारा माइकल की मदद करने का आश्वासन दिया गया है।

 

Back to top button
error: Content is protected !!