मुरली श्याम
चंदौली। शहाबगंज विकास खंड के कंपोजिट विद्यालय कौड़िहार के प्रधानाध्यापक को अपने ही विद्यालय का सामान चुरा कर ले जाते समय ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़ लिया था। वीडियो बनाकर बीएसए तक शिकायत भी पहुंचा दी। लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी डेढ़ साल से इस मामले को दबाए हुए थे। ग्रामीणों ने तहसील दिसव में डीएम निखिल टीकाराम फुंडे को प्रार्थना पत्र सौंपते हुए मामले से अवगत कराया। डीएम ने फौरी तौर पर जांच के आदेश दिए। बीएसए ने जांच के बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है।
ये रहा पूरा मामला
नवंबर 2021 को ठीक छठ पर्व के दिन ही कंपोजिट विद्यालय कौड़िहार के प्राधानाध्यापक अशोक वर्मा को ग्रामीणों ने विद्यालय का सामान चुराकर ले जाते समय पकड़ लिया। शिक्षक जो बोरा ले जा रहे थे उसे खोला गया तो एमडीएम की थाली, गिलास, गेहूं, अग्निशमन यंत्र, बिजली के केबल आदि मिले। ग्रामीणों ने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बीएसए को इसका वीडियो भी भेजा। लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
चुप नहीं बैठे ग्रामीण डीएम से की शिकायत
इस गंभीर मसले पर बीएसए भले ही संवेदनहीन हो गए लेकिन ग्रामीणों ने हार नहीं मानी। चार मार्च को तहसील दिवस में डीएम तक बात पहुंचा दी। डीएम के निर्देश पर बीएसए जांच के लिए पहुंचे तो ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने रुपये लेकर प्रधानाध्यापक को बचाने तक का आरोप लगा डाला। बहरहाल बीएसए ने आरोपी प्राधानाध्यापक अशोक वर्मा को निलंबित कर दिया है। बीएसए सत्येंद्र कुमार ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय कौड़िहार के प्रधानाध्यापक अशोक वर्मा को निलंबित कर दिया गया है। उनपर विद्यालय का सामाना चोरी करने संबंधी आरोप लगे थे।