कथा वाचक
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चंदौली
तन को सजाए जीव, मन को जो सजाए वो संत, कलियुग का सर्वोच्च साधन नाम जप, कथा वाचक ने श्रोताओं को बताया भागवत का सार
चंदौली। तन को जो सजाए वो जीव व मन को जो सजाए वही संत होता है। जीवात्मा परमात्मा का ही…
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चंदौली। तन को जो सजाए वो जीव व मन को जो सजाए वही संत होता है। जीवात्मा परमात्मा का ही…
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