चंदौलीप्रशासन एवं पुलिसराज्य/जिला

चंदौलीः लाखों का गबन कर गए पूर्व प्रधान व सचिव, महिला ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने डीएम को लिखा पत्र

रिपोर्टः जय तिवारी

चंदौली। तो यह है सरकार द्वारा पानी की तरह पैसा बहाए जाने के बाद भी गांवों का माकूल विकास नहीं होने की असल वजह। कुछ पूर्व प्रधानों ने ग्राम पंचायत सचिवों से मिलकर विकास के सरकारी धन का बंदरबाट कर लिया। सकलडीहा ब्लाक के रानेपुर गांव में भी भ्रष्टाचार की ऐसी ही कलई खुलकर सामने आई है। बिना कार्य कराए ही तत्कालीन महिला ग्राम प्रधान और सचिव ने मिलकर लाखों रुपये का गबन कर डाला। गांव के ही एक युवा ने आरटीआई को हथियार बनाते हुए विकास कार्याे की जानकारी मांगी और गड़बड़झाले का पूरा काला चिट्ठा ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और बीडीओ रम्या आर के टेबल पर रख दिया। इसके बाद अपने छह पेज की जांच रिपोर्ट में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने पूर्व महिला ग्राम प्रधान सहित सचिव को दोषी मानते हुए डीएम सहित अन्य अधिकारियों को कार्यवाही के लिए पत्र लिखा है।

योगी सरकार में भी करते रहे भ्रष्टाचार
जीरो टारलेंस का नारा देने वाली योगी सरकार के कार्यकाल में भी कुछ प्रधान और सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार के धन से अपनी जेब भरते रहे। रानेपुर गांव में भी भ्रष्टाचार का ऐसा ही सनसनीखेज मामला निकलकर सामने आया है। जहां आवास से लेकर सीसी रोड, इंटरलाकिंग, मनरेगा आदि कार्यों में 2015 से 2020  तक जमकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया। बिना विकास कार्य कराए ही प्रधान और सचिव ने पैसा हजम कर लिया।

आरटीआई के जरिए खुली पोल
गांव के ही शिकायतकर्ता हरेंद्र प्रताप सिंह ने आरटीआई के जरिए सूचना एकत्रित की और शिकायत ज्वाईंट मजिस्ट्रेट से की तो आनन-फानन में तीन वर्ष पूर्व निकाले गए धन से बीते माह आधा अधूरा कार्य कराया गया। बहरहाल इसकी जांच खुद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रम्या आर ने अपनी देखरेख में कराई तो भ्रष्टाचार की पूरी कलई ही खुल कर सामने आ गई।

बीडीओ ने कार्रवाई को लिखा पत्र
उन्होंने कुल 11 बिंदुओं पर जांच कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियो को भेज दी है। इसमें पूर्व महिला ग्राम प्रधान व सचिव को दोषी मानते हुए पंचायती राज अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मामला तक दर्ज करने की बात कही है। यह बात दीगर है कि अभी तक पूर्व ग्राम प्रधान सहित दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकी है। जबकि बीते 10 अगस्त को ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी को जांच रिपोर्ट प्रेषित कर चुकी हैं। इसपर सीडीओ अजितेंद्र पांडेय का कहना है कि जांच रिपोर्ट मिली है। निश्चित तौर पर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।

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